Home राजनीति पर्युषण महापर्व संवत्सरी प्रतिक्रमण का पर्व उदार हृदय से क्षमा याचना का जीवन में महत्व समझाता हैः-सीपी जोशी

पर्युषण महापर्व संवत्सरी प्रतिक्रमण का पर्व उदार हृदय से क्षमा याचना का जीवन में महत्व समझाता हैः-सीपी जोशी

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क्षमा मांगने से शरीर मे सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, यह हमारे मस्तिष्क से एक बोझ उतारता हैः-सीपी जोशी

जयपुर। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने मंगलवार को जैन धर्म के पर्वाधिराज पर्युषण में संवत्सरी के पावन पर्व की सभी को बधाई और शुभकामनाएं दी। इस दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सांसद सी पी जोशी ने कहा की जीवन में क्षमा का बहुत बड़ा महत्व है। क्षमा वीरस्य भूषणम अर्थात क्षमा मांगने वाला क्षमा करने वाले से बड़ा होता है। पर्युषण पर्व के दिन सालभर में हमसे जाने अनजाने में मन ,वचन,कर्म ,आचार,विचार और व्यवहार से जिन जिन का भी मन दुखा हो उन सभी से उदार हृदय से हम क्षमा याचना कर लेते हैं। इससे व्यक्ति के शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, और हमारे मस्तिष्क से एक बहुत बड़ा बोझ उतर जाता है।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि यह पर्व अपने आत्मावलोकन का पर्व भी है। यह पर्व हमें सिखाता है कि गत वर्ष हमने जो गलतियां की है उन्हे आने वाले समय में दोहराया नहीं जाए, और जिन बातों से सामने वाले व्यक्ति को ठेस पहुंचती हो उनसे दूर रहा जाए।
आज लोकतंत्र के पवित्र स्थल संसद के नवीन भवन के शुभारंभ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी जैन धर्म के पावन पर्व पर्युषण संवत्सरी पर अपनी शुभकामनाएं प्रेषित की हैं। नए संसद भवन से क्षमा के महत्व को उच्चारित करते हुए सभी देशवासियों को मिच्छामी दुक्कडम कहकर क्षमायाचना की है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सी पी जोशी ने भगवान महावीर स्वामी से प्रार्थना करते हुए चारों ओर सर्वत्र प्रेम, सदभाव और शांति का वातावरण की कामना की है।

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