
भारत पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव को लेकर इंडियन फार्मासिस्ट एसोसिएशन भी अपना योगदान देने में कही भी पीछे नहीं दिखाई दे देरहे हैं। देश बहुत नाजुक हालातों के बीच गुजर रहा हैं। और युद्ध की स्थिति को देखते हुए दवा और इलाज़ एक बहुत महत्वपूर्ण आवश्यकता मानी जाती हैं। इंडियन फार्मासिस्ट एसोसिएशन देश में ऐसे वातावरण देश के साथ कंधे से कन्धा मिलकर चलने के लिए तैयार हैं।
दवा की आपूर्ति को लेकर इंडियन फार्मासिस्ट एसोसिएशन प्रतिबद्ध हैं और देश में दवा वितरण को लेकर किसी भी स्थिति में रूकावट नहीं हो इसके लिए अपना पूरा सहयोग देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

इसी क्रम में इंडियन फार्मासिस्ट एसोसिएशन ने प्रधानमंत्री के नाम एक पत्र लिखा हैं जिसमे कहा हैं कि युद्ध और आपातकाल जैसी परिस्तिथियों के लिए दवा आपूर्तियों के लिए तैयार हैं और बॉर्डर इलाकों से लेकर रिहायशी इलाकों में रहने वाले निवासियों को दवा पहुंचाने की जिम्मेदारी इंडियन फार्मासिस्ट एसोसिएशन ने अपने कंधो पर ली हैं।
ऑपेरशन सिंदूर को लेकर देश के 15 लाख फार्मासिस्टों ने दवा वितरण का काम अपने कंधो पर लिया और पूरी जिम्मेदारी निभाते हुए कर्मचारियों में पूरा जोश और उत्साह का भरोसा दिया हैं।
चिकित्सा विभाग भारतीय सेना के साथ कदम से कदम मिलाकर खड़ा हुआ है और जरुरत पडने पर दवा वितरण में किसी भी प्रकार की कही भी कोई भी कमी नहीं आने देगा।