राजस्थान के जोधपुर में बीजेपी के लोकसभा प्रत्याशी केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत इन दिनों अपने ऊपर लग रहे आरोपों से बेहद आहत हैं। जोधपुर से कांग्रेस के प्रत्याशी करण सिंह उचियारड़ा लगातार केंद्रीय मंत्री पर आरोप लगा रहे हैं, जिससे शेखावत काफी व्यथित दिख रहे हैं।
अपनी चुनावी रैलियो में शेखावत अपनी व्यथा सुनाते हुए दिखाई दे रहे है … पोकरण विधानसभा क्षेत्र के अजासर गांव में चुनाव प्रचार के दौरान शेखावत ने कहा कि ‘कांग्रेस के उम्मीदवार मेरे ऊपर इस तरह के आरोप लगा रहे हैं कि गजेंद्रसिंह पानी का मंत्री होते हुए भी पानी नहीं ला पाया. मुझे दुख इस बात का होता है कि हमारे लोग भी खड़े होकर उनके साथ मिलकर उनकी भाषा बोल रहे हैं और मेरे मुंह पर कालिख पोत रहे है’.
शेखावत ने अपनी पीड़ा जाहिर करते हुए कहा कि मैं क्या करता अशोक गहलोत सरकार मेरे पीछे पड़ी हुई थी और मुझे लटकाना चाहती थी. मुझे फंसाने के लिए वकीलों पर 40 करोड़ रुपए खर्च कर दिए थे लेकिन मैं भी 5 साल तक संघर्ष करता रहा लेकिन अशोक गहलोत चुनाव से 2 दिन पहले मुझे जेल भेजने के लिए लगातार लगे हुए थे।
शेखावत ने कहा कि मैंने पूरे 10 साल तक लगातार जनता के लिए काम किया है. मेरे घर कोई भी व्यक्ति आया है तो मैं उसकी अच्छे से बात सुनी है जितना हो सकता था उतना मैंने उसके काम करवाने का प्रयास किया है. लेकिन आज कोई भी बच्चा और लोग मेरे बारे में लिख रहे हैं तो उन्हें कोई भी रोक नहीं पा रहा है लेकिन अब लोग कांग्रेस प्रत्याशी करण सिंह उचियारड़ा की भाषा बोलने लगेंगे तो मेरा संरक्षण कौन करेगा. शेखावत ने पानी की बात पर कहा हमने केंद्र सरकार में होते हुए राजस्थान सरकार को हजारों करोड़ का बजट जारी किया लेकिन राज्य सरकार ने काम नहीं किया तो इसमें मेरी क्या गलती? शेखावत ने कहा कि लोगों ने अपने क्षेत्र में सड़क नहीं बनने की बात कह रहे है …इस पर शेखावत ने लोगों को समझाया कि ‘ आपको तो सड़क की पड़ी है, और मुझे अपने नाक की पड़ी थी. 5 साल तक गहलोत सरकार मेरा गला काटने का प्रयास करते रहे. मुझे झूठे केस में फसाने के लिए गहलोत सरकार ने वकीलों पर 40 करोड़ रुपये खर्च कर दिए।
भावुक शेखावत ने लोगों को विश्वास दिलाते हुए कहा कि मैंने राजस्थान सरकार को हजारों करोड़ रुपए का बजट जारी किया। लेकिन गहलोत सरकार ने काम नहीं किया तो मैं क्या कर सकता हूं। केंद्र सरकार की भी सीमाएं होती हैं। जल का विषय राज्य सरकार का है। उनको काम करना था। लेकिन उन्होंने काम नहीं किया। अब हमारी सरकार आ गई है। इस सरकार में मेरी बात टालने की हिम्मत किसी में नहीं है। मैं सभी को विश्वास दिलाता हूं कि अब सारे काम होंगे।
गजेंद्र सिंह शेखावत ने कांग्रेस प्रत्याशी करण सिंह उच्चियारड़ा का नाम लेकर अपने भाषण में जिक्र किया. उन्होंने कहा कि ‘मुझे समझ नहीं आता कि कांग्रेस के प्रत्याशी मेरे ऊपर आरोप लगाते हैं. भाजपा के लोग भी करण सिंह उच्चियारड़ा के साथ सुर मिलाने लगे हैं और मेरे अपने ही मेरे मुंह पर कालीख पोतने का काम कर रहे हैं.’ शेखावत ने कहा कि ‘हमारे लोग उनके साथ मिल गए हैं यह मेरा दर्द है.’
गौरतलब है कि इस बार सत्ता विरोधी माहौल की काट गजेंद्र सिंह की सबसे बड़ी चुनौती है। दूसरी वजह ये भी है कि कांग्रेस ने राजपूत को टिकट देकर समीकरण बिगाड़ दिए है। करण सिंह राजपूत होने के साथ-साथ स्थानीय है। जबकि शेखावत सीकर के रहने वाले है। शेखावत का विरोधी धड़ा स्थानीय बनाम बाहरी का मुद्दा उठा रहा है। सियासी जानकारों का कहना है कि करण सिंह के नामांकन के दिन उमड़ी भीड़ से शेखावत को टेंशन हो सकती है। सियासी जानकारों का कहना है कि इस बार कांग्रेस ने शेखावत को घेरने के लिए चक्रव्यूह रचा है। पार्टी ने इस बार यहां नए राजपूत चेहरे पर दांव खेला है। इसके अलावा उचियारड़ा नया चेहरा होने से कांग्रेस संगठन और कार्यकर्ताओं में इस बार गत बार से ज्याद उत्साह नजर आ रहा है। ऐसे में शेखावत इमोशनल कार्ड खेलकर वोट अपने पाले में लाने की कोशिश कर रहे है