बांसवाड़ा डूंगरपुर लोकसभा क्षेत्र में भारत आदिवासी पार्टी के साथ कांग्रेस के गठबंधन को लेकर कुछ नए विवाद उजागर हो रही है।कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा नेभारत आदिवासी पार्टी और कांग्रेस गठबंधन को लेकर जयपुर में दोपहर 2:00 बजे प्रेस कांफ्रेंस बुलाई हुई है।
बांसवाड़ा-डूंगरपुर लोकसभा सीट और बांसवाड़ा विधानसभा सीट पर घोषित प्रत्याशी के नाम वापसी का ऐलान कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर रंधावा ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट्स से किया था। बस उसके बाद से ही कांग्रेस प्रत्याशियों से लेकर स्थानीय समर्थकों और कार्यकर्ताओं के बीच खलबली मच गई। कांग्रेस प्रभारी रंधावा ने भारत आदिवासी पार्टी (बीएपी) को समर्थन देने के लिए कांग्रेस प्रत्याशी के नाम वापस लेने का ऐलान किया था।
कांग्रेस प्रभारी रंधावा ने लिखा, ‘आगामी चुनाव में भारतीय आदिवासी पार्टी के प्रत्याशी का समर्थन बांसवाड़ा संसदीय क्षेत्र और बागीदौरा विधान सभा के उप चुनाव में करेगी। भारत के संविधान और लोकतंत्र को बचाना हमारा प्राथमिक उद्देश्य है।’
वहीं दूसरी ओर बांसवाड़ा के जिला कांग्रेस संगठन ने इस बात से इनकार कर दिया है कि वे भारत आदिवासी पार्टी के साथ गठबंधन करेंगे। जिला संगठन ने कहा है कि वे राहुल गांधी के सपने को पूरा करने के लिए बांसवाड़ा डूंगरपुर लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी चुनाव लड़ेगी। कांग्रेस का अधिकृत प्रत्याशी अरविंद डामोर ने अपना फोन स्विचऑफ कर लिया है। वह कांग्रेस नेताओं की पकड़ से बाहर है।
पूर्व मंत्री अर्जुन बामनिया कांग्रेस के प्रत्याशी अरविंद डामोर ढूंढने में लगे हैं।अगर निर्धारित समय में कांग्रेस प्रत्याशीअरविंद डामोर ने अपना नामांकन वापस नहीं दिया तो फिर कांग्रेस के क्या हाल होंगे कोई कुछ कह नहीं सकता।आखिरबांसवाड़ा जिला कांग्रेस के पदाधिकारी से प्रदेश के पदाधिकारी सेसमय रहते क्यों नहीं बातचीत हुई और यह पार्टी की फजीहत क्यों हो रही है।फिलहाल यह चिंता का विषय बना हुआ है कि डूंगरपुर बांसवाड़ा का लोकसभा का कांग्रेस का प्रत्याशी आखिर कहां गायब हो गया है।