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शिक्षा राज्य मंत्री जाहिदा खान पर लगे आरोप , स्मार्ट क्लासेज में 110 करोड़ के प्रोजेक्ट में कमीशन नहीं मिलने पर काम रोकने का लगा आरोप, सीएम गहलोत दबाव में कोई जांच नहीं,भाजपा ने मामला किया उजागर

शिक्षा विभाग में शिक्षा राज्य मंत्री जाहिदा खान को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा राहुल गांधी के कहने पर स्वतंत्र अधिकार दिए जाने के बाद कुछ गड़बड़ी होने की बात सामने आ रही है । प्रदेश की 9 हजार 401 स्कूलों में स्मार्ट क्लासेज बनाने के लिए 110 करोड़ का प्रावधान किया गया था। इस कार्य को पूरा करने के लिए वर्ष 2021-22 का लक्ष्य किया गया था। इसके लिए 3 कंपनियों को टेंडर दिया गया था। कमीशन बाजी के चक्कर में शिक्षा राज्यमंत्री जाहिदा खान ने इंटेस कंपनी का वर्क आर्डर निरस्त करने की धमकी दी गई थी। वर्क आर्डर के बावजूद आदेश निरस्त करने संभव नहीं था। शिक्षा राज्य मंत्री जायदा खान ने 5 जून को नोट से पर काम रोकने के आदेश दे दिए।
भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच ने भाजपा मुख्यालय पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए इस बात को उजागर किया। उन्होंने सीधा आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय के बाहर कुछ मंत्रियों के भ्रष्ट होने के पोस्टर लगाए जाते हैं जिसमें जाहिदा खान भी शामिल है। उन्होंने कहा कि जाहिदा खान के पोस्टर भ्रष्ट होने के लगाए गए हैं उसके पीछे बहुत बड़ा राज छुपा है। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग में स्मार्ट क्लासेज बनाए जाने को लेकर भी व्यापक भ्रष्टाचार करने की योजना जिला खान ने बनाई थी काम को बीच में रोक देने का आदेश भी जारी किया गया है। 110 करोड़ का ठेका है काम नहीं हो पा रहा है। उन पर आरोप लगाया जा रहा है कि वह कमीशन के चक्कर में काम नहीं होने दे रही । नियम विरुद्ध दखलअंदाजी कर रही है।
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच ने कहा कि स्मार्ट क्लासेज बनाने का टेंडर तीन कंपनियों को दिया गया था। तीनों कंपनियों ने काम शुरू भी कर दिया। लेकिन कमीशन नहीं मिलने के चलते मंत्री जाहिदा ने इंटेस कंपनी के लोगों को वर्क ऑर्डर निरस्त करने की धमकी देना शुरू कर दिया। इस संबंध में जाहिदा खान को अधिकारियों ने बताया कि वर्कऑर्डर होने के बाद पीडीआई रोका जाना संभव नहीं है। इसके बावजूद नाराज होकर मंत्री जाहिदा खान ने 5 जून 2023 को नोटशीट पर पीडीआई रोकने के आदेश जारी कर दिये। भारत सरकार के सहयोग से स्मार्ट क्लासेज में पढने का सपना देख रहे लाखों छात्रों का भविष्य कमीशन के खेल में चौपट हो गया।
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेेश दाधीच ने मंत्री जाहिदा खान से सवाल करते हुए कहा कि मंत्री के निजि सहायक आसिफ और ताहिर सभी उच्च स्तरीय सरकारी बैठकों में किस हैसियत से शामिल होते हैं। शिक्षा मंत्री और शासन सचिव की आपसी नोंकझोंक का मामला सुर्खियों में रहा है। प्रदेश के मुख्यमंत्री एक मंत्री के इतने दबाव में हैं कि पूर्व में मोहनलाल यादव और अब श्रुति भारद्वाज मंत्री के कोप भाजन की शिकार हुई हैं।
मुकेश दाधीच ने कहा कि सप्लाई करने वाली कंपनी रोबोटिक (इंडस) पीडीआई में फेल होने के बाद भी लगातार माल सप्लाई करती रही। सवाल यह उठता है कि पुनः निरीक्षण के बाद किस आधार पर उस कंपनी के माल को पास किया गया। जबकि उसमें लगा हुआ थ्रीडी प्रिन्टर चाईनीज माल है। जिस पर भारत सरकार का लैंडबॉर्डर आदेश लागू होता है, जिसके तहत भारत सरकार ने इस माल पर रोक लगा रखी है।
शिक्षा विभाग में रोबोटिक इंटेस कंपनी पीडीआई में फेल होने के बाद माल की सप्लाई करती रही है। 3D प्रिंटर चाइनीस की सप्लाई की गई जबकि भारत सरकार ने उस पर रोक लगा रखी है। 40 हजार छात्रों को 40 करोड़ की लागत से मिलने वाले टेबलेट कमीशन के चक्कर में शिक्षा राज्यमंत्री जाहिदा खान ने आदेश निरस्त करा दिए गए।भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच ने कहा कि अब हम एसीबी में इसकी शिकायत करेंगे।
भाजपा का आरोप है कि सीएम गहलोत अपनी कुर्सी को बचाने के लिए शिक्षा राज्यमंत्री जाहिदा खान के घोटाले पर भी कोई ध्यान नहीं दे रहे। जांच की मांग करने के बाद भी जांच नहीं हो पा रही है। घटिया माल की खरीद और अच्छे काम रुक जाने से आने वाले समय में बजट के बावजूद भी काम समय पर पूरे नहीं हो पा रहे हैं।
वहीं दूसरी तरफ भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच पर भाजपा के शासन में शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी की करीबी होने के आरोप लगते रहे हैं । उन पर यह भी आरोप लगाया जाता है कि उन्होंने तबादलों में अच्छा खेल किया था।

Citroen C3 Price Hike: सिट्रॉएन एक जुलाई से बढ़ाने जा रही इस कार की कीमत, जानें कितनी होगी महंगी

फ्रांस की कार निर्माता सिट्रॉएन की ओर से भारतीय बाजार में पेश की जाने वाली हैचबैक कार की कीमतों में बढ़ोतरी की जानकारी दी गई है। हम इस खबर में आपको बता रहे हैं कि कंपनी की ओर से किस कार की कीमत में कितनी बढ़ोतरी करने का एलान किया गया है।

महंगी होगी कार
सिट्रॉएन की ओर से एलान किया गया है कि भारतीय बाजार में पेश की जाने वाली हैचबैक कार सी3 की कीमतों में जल्द बढ़ोतरी की जाएगी। जानकारी के मुताबिक कंपनी एक जुलाई से हैचबैक कार की कीमतों में बढ़ोतरी कर देगी।

कितनी होगी बढ़ोतरी
कंपनी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक कार की कीमत में 17500 रुपये की बढ़ोतरी कर दी जाएगी। खास बात यह है कि कंपनी की ओर से इस हैचबैक कार की कीमत में तीसरी बार बढ़ोतरी की जा रही है। इससे पहले भी जनवरी और मार्च में इसकी कीमत में बढ़ोतरी की गई थी।

कैसे हैं फीचर्स
सिट्रॉएन की कार में कंपनी कई फीचर्स को ऑफर करती है। इनमें डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर, मैनुअल एसी, 10.25 इंच का टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम, एंड्राइड ऑटो, एपल कार प्ले, माई सिट्रॉन एप में 35 कनेक्टिड फीचर्स के साथ ही कई तरह की कस्टमाइजेशन को ऑफर किया जाता है। इसके अलावा इस कार में 315 लीटर का बूट स्पेस भी मिलता है।

कितनी है सुरक्षित
सिट्रॉएन की हैचबैक कार सी3 में सुरक्षा के लिए कई फीचर्स को ऑफर किया जाता है। इनमें ड्यूल एयरबैग्स, एबीएस, ईबीडी, फॉग लैंप, इंजन इमोबिलाइजर, हाई स्पीड अलर्ट सिस्टम, स्पीड सेंसिटिव ऑटो डोर लॉक जैसे फीचर्स शामिल हैं।

कितना दमदार इंजन
कंपनी की ओर से सी3 हैचबैक कार में 1.2 लीटर का नेचुरल एस्पिरेटिड और टर्बो इंजन का विकल्प दिया जाता है। नेचुरल एस्पिरेटिड इंजन से कार को 81 बीएचपी और 115 न्यूटन मीटर का टॉर्क मिलता है। वहीं टर्बो इंजन से कार को 109 बीएचपी के साथ 190 न्यूटन मीटर का टॉर्क मिलता है। कार में पांच स्पीड मैनुअल ट्रांसमिशन का उपयोग किया जाता है।

Hero Passion Plus: हीरो ने लॉन्च की नई पैशन प्लस बाइक, जानें कितनी है कीमत और क्या हैं खूबियां

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करीब तीन साल बाद हीरो मोटोकॉर्प की ओर से पैशन प्लस को एक बार फिर भारतीय बाजार में लॉन्च किया गया है। कंपनी की ओर से इसे किस कीमत पर लॉन्च किया गया है और इसमें क्या खूबियां दी गई हैं। हम इसकी जानकारी आपको इस खबर में दे रहे हैं।

फिर आई बाइक
हीरो मोटोकॉर्प की ओर से एक बार फिर पैशन प्लस बाइक को भारतीय बाजार में लॉन्च किया गया है। साल 2020 के दौरान इस बाइक को बाजार से हटा दिया गया था। लेकिन एक बार फिर कंपनी ने इस बाइक को लॉन्च किया है।

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क्या हुए बदलाव
कंपनी की ओर से पैशन प्लस में कुछ नए बदलाव किए गए हैं। इनमें बॉडी पैनल्स पर नए ग्राफिक्स दिए गए हैं। साथ ही इस बाइक को कुल तीन रंगों में उपलब्ध करवाया गया है। इन रंगों में स्पोर्ट रेड, ब्लैक नेक्सस ब्लू और ब्लैक हैवी ग्रे जैसे रंग शामिल हैं।

कैसा है इंजन
बाइक में इंजन की बात करें तो इसमें 97.2 सीसी का सिंगल सिलेंडर एयर कूल्ड इंजन दिया गया है। इसके साथ ही इसमें फ्यूल इंजेक्शन तकनीक और आई3एस को भी दिया गया है, जिससे बाइक की एवरेज काफी बेहतर हो जाती है। 100 सीसी इंजन से बाइक को 7.89 हॉर्स पावर और 8.05 न्यूटन मीटर का टॉर्क मिलता है। इसे चार स्पीड ट्रांसमिशन के साथ लाया गया है और इंजन को बीएस-6 के दूसरे चरण के नियमों के मुताबिक अपडेट किया गया है।

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कैसे हैं फीचर्स
बाइक में कुछ बेहतर फीचर्स को शामिल किया गया है। इनमें आई3एस तकनीक, इलेक्ट्रिक स्टार्ट, किक स्टार्ट, सेमी डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर, यूएसबी चार्जिंग पोर्ट, साइड स्टैंड इंडीकेटर जैसे फीचर्स हैं।

कितनी है कीमत
कंपनी की ओर से पैशन प्लस को 76301 रुपये की एक्स शोरुम कीमत पर लॉन्च किया गया है।

Car Care Tips: इन गलतियों के कारण कार की विंडशील्ड हो जाती है क्रैक, जानें क्या हैं सुरक्षित रखने के उपाय

Car Care Tips: इन गलतियों के कारण कार की विंडशील्ड हो जाती है क्रैक, जानें क्या हैं सुरक्षित रखने के उपाय

कार खरीदने के बाद अक्सर लोग समय पर सर्विस करवाते हैं, सफाई रखते हैं और कई तरह की एक्सेसरीज लगाकर कार को और बेहतर बनाते हैं। लेकिन छोटी-छोटी गलतियों के कारण कार की विंडशील्ड में क्रैक आ जाता है। हम इस खबर में आपको बता रहे हैं कि किस तरह से विंडशील्ड का ध्यान रखा जा सकता है।

सबसे नाजुक पार्ट
किसी भी कार में सबसे नाजुक पार्ट विंडशील्ड होती है। एक बार यह क्रैक हो जाए तो फिर इसे ठीक करवाने की जगह बदलना पड़ता है, जिसमें काफी ज्यादा खर्चा भी हो जाता है। लेकिन कुछ आसान बातों का ध्यान रखकर विंडशील्ड को किसी भी तरह के नुकसान से बचाया जा सकता है।

बजरी वाली सड़क
कार की विंडशील्ड पर सबसे ज्यादा क्रैक ऐसी सड़कों पर होते हैं, जहां बजरी पड़ी होती है। अपने से आगे वाले वाहन के टायर के नीचे आकर बजरी काफी तेजी से पीछे की ओर आती है। जिससे पीछे आ रहे वाहन की विंडशील्ड पर क्रैक आ जाता है, जो समय के साथ बढ़ता जाता है। इसलिए कोशिश करनी चाहिए कि कभी-भी ऐसी सड़कों पर आगे वाले वाहन से सुरक्षित दूरी बनाकर चला जाए। इससे बजरी आपकी कार की विंडशील्ड को क्रैक नहीं कर पाएगी।

तापमान में बदलाव
गर्मियों के समय लोग कार में एसी का उपयोग करते हैं और एसी को गाड़ी के बंद होने तक चलाते हैं। जिससे केबिन के अंदर का तापमान कम होता है और बाहर का तापमान काफी ज्यादा होता है। इस कारण भी विंडशील्ड क्रैक हो जाती है। जब भी कार को बंद करना हो तो उससे कुछ समय पहले एसी को बंद कर दें। इससे केबिन का तापमान सामान्य हो जाएगा और विंडशील्ड पर क्रैक का खतरा कम हो जाएगा।

पेड़ के नीचे पार्किंग
कार की विंडशील्ड पर क्रैक पेड़ के नीचे खड़ा करने से भी हो सकता है। पेड़ से टूटने वाली टहनियां या फल अगर कार की विंडशील्ड पर गिर जाए तो क्रैक होने का खतरा होता है। कई लोग धूप से बचाने के लिए कार को पेड़ के नीचे खडा करते हैं, लेकिन यह सुरक्षित उपाय नहीं होता। अगर कार को धूप से बचाकर पार्क करना है तो गैराज या कवर्ड पार्किंग में खड़ा किया जा सकता है।

Pune News: पुणे पुलिस की बड़ी सफलता, आईपीएल में सट्टा लगाने वाले रैकेट का खुलासा… 53 लोग गिरफ्तार

पुणे: देश में 31 मार्च से लेकर 28 मई तक चारों तरफ आईपीएल छाया हुआ था. लेकिन पुणे पुलिस का दिमाग कहीं और लगा हुआ था. पुलिस महकमे की दिलचस्पी आईपीएल से ज्यादा उस पर लगाई जा रही सट्टेबाजी पर थी. पुलिस को खबर मिली थी कि पुणे शहर के आलीशान आवासीय सोसाइटी और अपार्टमेंट में यह रैकेट चलाया जा रहा है. पुलिस ने पूरी तैयारी की और पिंपरी चिंचवाड़, पुणे शहर की 12 जगह पर छापे मारे और 53 लोगों को गिरफ्तार किया. यह पुलिस की आईपीएल के एक सीजन की सबसे बड़ी धरपकड़ मानी जा रही है.

गिरफ्तार लोगों में ज्यादातर बाहरी
मामले की तफ्तीश में जुटी टीम ने जब लोगों को गिरफ्तार किया तो पाया कि उनमें से ज्यादातर लोग यानी करीब 40 लोग पुणे शहर से ताल्लुक नहीं रखते थे. 25 से 50 की उम्र के ये लोग छत्तीसगढ़, बिहार और पंजाब से विशेषतौर पर पुणे सिर्फ सट्टा खेलने के लिए आए थे. जांच में सामने आया कि हिरासत में लिए गए लोग जो सटोरिए थे ऑनलाइन प्लेटफार्म के जरिए सट्टा खिलाते थे. खास बात यह है कि यह प्लेटफार्म भारत के बाहर से होस्ट होते हैं. पुलिस ने छापे में मोबाइल फोन और लैपटॉप जब्त किए जिसके जरिये यह पूरा खेल खेला जा रहा था.

कैसे खिलाया जाता था सट्टा
सट्टा खिलाने के लिए सटोरिये सबसे पहले ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय सट्टेबाजी प्लेटफार्म पर बुकी अपना अकाउंट खोलते हैं. आमतौर पर इन सटोरियों का एक समूह कुछ दिनों के लिए कोई फ्लैट किराए पर लेता था और फिर वहीं से यह पूरा काम करते थे. जांच अधिकारी बताते हैं कि सट्टा लगाने की प्रक्रिया में सटोरिये आमतौर पर एक साथ एक जगह से काम करना पसंद करते हैं ताकि वह अपने संसाधनों को साझा कर सकें और एक दूसरे की मदद कर सकें. मसलन अगर एक सटोरिये के पास कई लोगों ने सट्टा लगाने के लिए बोल दिया है तो दूसरा उसकी मदद करेगा और कुछ ग्राहकों के लिए सट्टा लगाने का काम करने लगता है.

हर कदम, हर एक्शन पर दांव
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक सट्टा लगाने वाले फोन ऐप पर दांव की दरें देखते हैं. जो दो तरह की होती हैं ‘ले’ और ‘बैक’. जब कोई व्यक्ति किसी बात के होने पर दांव लगाता है तब वह बैक होता है और जब किसी बात के नहीं होने पर दांव लगाया जाता है तो उसे ले कहा जाता है. जिन ऐप्स पर यह सट्टेबाजी होती है वह एक कंप्यूटर प्रोग्राम है जहां सट्टेबाजी की दरें तय रहती हैं. टीम के जीतने हारने से लेकर चौके-छक्का, आउट होना, एक गेंद पर कितने रन, कौन सी टीम कितना स्कोर करेगी, बल्लेबाज कितने रन बनाएगा या गेंदबाज कितने विकेट लेगा, टॉस कौन जीतेगा तक पर दांव लगता है.

पैसों का लेनदेन पूरी तरह से नकद होता है ताकि लेनदेन का कोई सबूत नहीं रहे. अक्सर यही लेनदेन विवाद की वजह भी बनता है. जांच में यह भी सामने आया कि जिन अंतरराष्ट्रीय प्लेटफार्म के जरिए इस सट्टे का संचालन हो रहा है उनमें से मुख्यतौर पर यूरोप और मिडिल ईस्ट से हैं. यही नहीं इस मामले में एक दिलचस्प बात सामने आई है कि सटोरिये फोन आधारित ऐप का इस्तेमाल इसलिए करते हैं क्योंकि टीवी पर हो रहे टेलीकास्ट से कुछ देर पहले उस पर प्रसारण देखा जा सकता है.