पॉस्को इंटरनेशनल और एसजी कॉरपोरेशन ने राजस्थान की सड़कों को बेहतर बनाने के लिए एस्फॉल्ट संयंत्र लगाकर सड़कें बनाने की पेशकश और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कोरियाई टूरिज्म एसोशिएशन के साथ किया विचार-विमर्श
September 10, 2024Malaika Arora Father Suicide: मशहुर अभिनेत्री मलाइका अरोड़ा के पिता अनिल अरोड़ा ने की खुदकुशी, सातवीं मंजिल से लगाई छलांग
September 11, 202410 सितम्बर, 2024 जयपुर।
आज परमवीर चक्र विजेता शहीद अब्दुल हमीद की पुण्यतिथि है। इस मौके पर आज प्रदेश भर में भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा की ओर से 1965 भारत-पाक युद्द के महानायक परमवीर चक्र से सम्मानित अब्दुल हमीद का बलिदान दिवस मनाया गया। वह 10 सितंबर 1965 को पाकिस्तान के साथ युद्ध में शहीद हुए थे।
भाजपा प्रदेश कार्यालय में मनाया गया भारत-पाक युद्द के नायक का बलिदान दिवस
भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष हमीद खान मेवाती ने बताया कि भाजपा प्रदेश कार्यालय, जयपुर में आयोजित कार्यक्रम में खिराजे अकीदत (श्रद्धांजलि) पेश की गई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि भाजपा (BJP) प्रदेश महामंत्री एवं खण्डार विधायक जितेन्द्र गोठवाल (Jitendra Gothwal BJP) रहे।
इस दौरान जितेन्द्र गोठवाल ने कहा कि परमवीर चक्र से सम्मानित अब्दुल हमीद की देशभक्ति, वीरता, जीवनी के बारे में सभी को विस्तार से जानना चाहिए। सभी कार्यकर्ताओं ने उनके लिए दुआ-ए-मगफिरत की एवं देश में अमन, चैन, खुशहाली के लिए भी दुआ की गई।
कार्यक्रम में मौजूद रहे ये लोग
इस अवसर पर भाजपा प्रदेश कार्यालय प्रभारी मुकेश पारीक, भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष एम. सादिक खान, मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष जंग बहादुर पठान, प्रदेश मंत्री मुराद अली शेख, जयपुर शहर जिला महामंत्री एम. परवेज खान, जिला मंत्री नदीमुद्दीन अंसारी, भाजपा मण्डल महामंत्री संयुम अली, मण्डल अध्यक्ष इकबाल हुसैन, मण्डल महामंत्री मोहम्मद हाशिम खान सहित मोर्चा के प्रमुख कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
कौन हैं भारत-पाक युद्द के महानायक अब्दुल हमीद?
आपको बतादें, भारत-पाकिस्तान युद्ध में शहीद अब्दुल हमीद ने मूलरूप से उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के धामूपुर गांव के रहने वाले थे। युद्ध के दौरान उन्होंने आरसीएल गन से अमेरिका निर्मित पैटन टैंकों को ध्वस्त किया था। उन्हें मरणोपरांत परमवीर चक्र से नवाजा गया था। उन्हें याद करने वाले 10 सितंबर को उनके शहादत दिवस पर अलग-अलग कार्यक्रमों के जरिये उन्हें श्रद्धांजलि देते हैं।