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मजबूत सड़क तंत्र से प्रशस्त होगा मिशन-2030 का मार्ग -मुख्यमंत्री – 4,817 करोड़ रुपए की लागत से 153 सड़क कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास – प्रदेश के 50 राज्य राजमार्गों को एनएच में क्रमोन्नत करने की केंद्र से मांग

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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार ने वर्ष 2030 तक प्रदेश को देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करने का संकल्प लिया है। एक मजबूत सड़क तंत्र से मिशन-2030 का मार्ग प्रशस्त होगा। उन्होंने कहा कि पिछले साढ़े चार वर्षाें में प्रदेश में सड़क विकास के उत्कृष्ट कार्य हुए हैं, जिसके फलस्वरूप हमारी सड़कों की प्रशंसा देशभर में हो रही है। आज प्रदेश के सुदूर क्षेत्रों के गांव-ढाणियां सुरक्षित और सुगम सड़क तंत्र से जुड़ रहे हैं, जिससे आमजन को रोजगार मिला है और उनकी आय में वृद्धि हुई है। 

सीएम अशोक गहलोत गुरुवार को मुख्यमंत्री निवास से 4,817 करोड़ रुपए की लागत के 153 सड़क विकास कार्यों के लोकार्पण तथा शिलान्यास कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े अधिकारियों तथा जनप्रतिनिधियों को सम्बोधित कर रहे थे। श्री गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार दुर्घटना रहित सुरक्षित और सुगम सफर के लिए उच्च गुणवत्तापूर्ण सड़कों का जाल बिछा रही है। इससे निवेशकों के लिए एक सकारात्मक माहौल बना है और प्रदेश विकास के नए आयाम स्थापित कर रहा है। उन्होंने बजट घोषणाओं को तेज गति से धरातल पर उतारने के लिए सार्वजनिक निर्माण और अन्य विभागों की सराहना की। उन्होंने कहा कि जयपुर में बन रहे सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर रोड एण्ड बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन से निर्माण कार्याें की गुणवत्ता में और मजबूती आएगी।  

50 राजमार्गाें को एनएच में क्रमोन्नत करने की केंद्र से मांग

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में निवेश की अपार संभावनाओं को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा उच्च गुणवत्तापूर्ण सड़कों का विकास किया जा रहा है। इसी क्रम में प्रदेश के 50 प्रमुख राज्य राजमार्गों को राष्ट्रीय राजमार्गाें में क्रमोन्नत करने की मांग को लेकर कई बार केंद्र सरकार को पत्र लिखा गया। राज्य में निवेश की प्रबल संभावना रखने वाले कई क्षेत्र हैं, इनके राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़ने से औद्योगिक विकास को गति मिलेगी तथा रोजगार की संभावनाएं बढ़ेगी, जिससे जनता को प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा। 

सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य राजमार्गाें पर टोल संग्रहण के लिए फास्टैेग की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है, जिससे आवागमन में सुगमता आई है तथा आमजन को समय की बचत हो रही है। धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए राज्य के सभी प्रमुख धार्मिक स्थलों को सड़क से जोड़ने का कार्य भी प्राथमिकता से किया जा रहा है। 

66 हजार कि.मी. में सड़कों का विकास

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने 1 लाख कि.मी. से अधिक सडकों का विकास कराने का लक्ष्य रखा है। इसमें अभी तक 66 हजार कि.मी. से अधिक सड़कों का विकास हो चुका है। नगर निगम, नगर परिषद और नगरपालिकाओं में भी पीडब्ल्यूडी के माध्यम से सड़कें बनवाई जा रही हैं। आगे भी नवीन सड़क निर्माण, सुदृढ़ीकरण एवं चौड़ाईकरण के कार्य कराए जाएंगे। उन्होंने कहा कि तय समय सीमा में ही गुणवत्तापूर्ण सड़क निर्माण होने से आमजन को राहत मिली है। 

2030 तक राजस्थान होगा अग्रणी राज्यों में शुमार

      सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि वर्ष 2030 से पहले राज्य के 100 की आबादी वाले गांवों को भी सड़कों से जोड़ने का कार्य किया जाएगा। राज्य सरकार 2030 तक राजस्थान को अग्रणी राज्यों की श्रेणी में शुमार करने का विजन लेकर चल रही है। इसमें सभी प्रदेशवासियों की भागीदारी आवश्यक है। इसके लिए मुहिम चलाकर अर्थशास्त्रियों, लेखकों, पत्रकारों, विद्यार्थियों, सरकारी कर्मचारियों, अधिवक्ताओं, किसानों, मजदूरों, महिलाओं, युवाओं, बुद्धिजीवियों, खिलाड़ियों सहित एक करोड़ प्रदेशवासियों से सुझाव लिए जाएंगे। राज्य सरकार इन्हें समाहित कर मिशन 2030 का विजन डॉक्यूमेंट जारी करेगी। उन्होंने कहा कि वर्ष 2018-19 में प्रदेश की अर्थव्यवस्था करीब 9 लाख 11 हजार करोड़ रुपए थी। यह आज करीब 14.14 लाख करोड़ रुपए है। इसे वर्ष 2030 तक करीब ढाई गुना बढ़ाकर 35.71 लाख करोड़ रुपए ले जाने का हमारा लक्ष्य है।

ईआरसीपी से जुड़ेंगे 53 अतिरिक्त बांध

      मुख्यमंत्री ने कहा कि 13 जिलों के लिए महत्वपूर्ण पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) की डीपीआर में शेष रह गए बांधों को भी जोड़ा जाएगा। इसमें दौसा, सवाई माधोपुर, करौली, भरतपुर एवं अलवर के 53 बांधों को ईआरसीपी से जोड़कर भरा जाएगा। इससे ईआरसीपी परियोजना की लागत 1,665 करोड़ रुपए बढ़ेगी और 11 लाख किसान लाभान्वित होंगे। जयपुर के रामगढ़ बांध को भी ईआरसीपी के तहत ईसरदा बांध से भरा जाएगा। इस पर 1,250 करोड़ रुपए खर्च होंगे। 

विकास को मिली नई गति

सार्वजनिक निर्माण मंत्री भजनलाल जाटव ने बताया कि 4,817 करोड़ रुपए की लागत से 153 सड़क विकास कार्याें के लोकार्पण तथा शिलान्यास से प्रदेश में विकास को एक नई गति मिलेगी। उन्होंने कहा कि बजट 2023-24 में 16 हजार 123 करोड़ रुपए की लागत से 23 हजार कि.मी. सड़कों का निर्माण और सुदृढ़ीकरण किया जा रहा है। वर्तमान सरकार के कार्यकाल में अभी तक 33 हजार 440 करोड़ रुपए की लागत से 66 हजार कि.मी. में सड़कों का विकास हुआ है। उन्होंने कहा कि राज्य की विषम भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद सड़क विकास के उत्कृष्ट कार्य हो रहे हैं।

भाजपा के विशेष सदस्यता अभियान की शुरूआत, 17 अगस्त से 28 अगस्त तक चलेगा अभियान

भाजपा के विशेष सदस्यता अभियान की लॉंचिंग गुरूवार सुबह खंडेलवाल सभा भवन वैशाली सर्किल वैशाली नगर पर की गई। इस दौरान भाजपा के प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रहलाद जोशी, प्रदेश प्रभारी अरूण सिंह और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी, गजेन्द्र सिंह शेखावत, प्रदेश सह-प्रभारी विजया राहटकर, अभियान संयोजक बाबा बालकनाथ, राष्ट्रीय सचिव अल्का गुर्जर, राष्ट्रीय प्रवक्ता सांसद राज्यवर्धन सिंह, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी सहित कोर कमेटी के सदस्यों ने विशेष सदस्यता अभियान की शुरूआत की।

सदस्यता अभियान के दौरान संबोधित करते हुए प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रहलाद जोशी ने कहा कि बूथ स्तर के प्रत्येक कार्यकर्ता को भाजपा के सदस्यता अभियान के लिए जुटना होगा। इसमें प्रत्येक बूथ पर कम से कम 100 नए नवमतदाताओं को भाजपा से जोडने का काम करना है। मुख्य रूप से नवमतदाताओं पर ध्यान केंद्रिंत करने की आवश्यकता इसलिए भी है, क्योंकि एैसे सभी लोग जो पहली बार मतदान कर रहे हैं, उन्हे भाजपा की विचारधारा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकास कार्यों और देश में विकास के नये आयामों के बारे में विस्तार से जानकारी देने का काम करना आवश्यक है। बूथ कार्यकर्ता को ‘‘बूथ जीता चुनाव जीता’’ के मंत्र के साथ काम करना है।

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा विश्व का सबसे बडा राजनैतिक दल है। भाजपा से जुडने को लेकर नवमतदाताओं में उत्सुकता का माहौल है। भाजपा एक विचार है, पदाधिकारी बदलते हैं विचार नहीं। सिर्फ भारतीय जनता पार्टी ऐसी पार्टी है जहां बूथ स्तर का कार्यकर्ता राष्ट्रीय स्तर तक पहुंच पाता है।

विशेष सदस्यता अभियान के संयोजक सांसद बाबा बालकनाथ ने संबोधन में कहा कि विशेष सदस्यता अभियान 17 अगस्त से 28 अगस्त तक चलेगा। इस सदस्यता अभियान से एक बडे अभियान का आगाज होगा। भाजपा अपने इस सदस्यता अभियान के माध्यम से समाज के हर वर्ग तक पहुंचेगी। बूथ स्तर के कार्यकर्ता से लेकर प्रत्येक पदाधिकारी संकल्प के साथ सदस्यता अभियान में जुटेगा। भाजपा की ओर से विशेष सदस्यता अभियान से जुडने के लिए टोल फ्री नंबर (8140-200-200) जारी किया गया है। टोल फ्री नंबर पर मिस्ड कॉल के अलावा भाजपा की ओर से ‘‘क्ूयआर कोड’’ स्कैनर को स्कैन करके भी आप भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर सकते हैं। इस टोल फ्री नंबर पर मिस्ड कॉल देकर भाजपा की सदस्यता ग्रहण की जा सकती है।

गदर 2– देशभक्ति में एक नया एहसास

गदर 2

इक्कीसवीं शताब्दी के पहले दशक में जवान हुई पीढ़ी का सबसे प्रभावी सिनेमाई नॉस्टेल्जिया है गदर!

हैंडपंप उखाड़ कर चिल्लाने वाला दृश्य तो पिछले पच्चीस-तीस वर्षों का सबसे अधिक प्रभावी एक्शन सीन है। सिनेमा हॉल में उतनी उत्तेजना, उतनी तालियां किसी और दृश्य पर नहीं बजीं। और शेर की तरह दहाड़ते तारा सिंह का डायलाग- अशरफ अली.. कोई तोड़ नहीं भाई साहब! कोई तोड़ नहीं… गदर 2001 में आयी थी। उसके तीन साल पहले ही कारगिल युद्ध हुआ था। कश्मीर में चूहे की तरह घुस कर अपना बिल बना चुके पाकिस्तानी आतंकियों की करतूतों पर देश में गुस्सा भरा हुआ था। अपने असँख्य वीर शहीदों सैनिकों के बलिदान पर देश और युवाओं को गर्व था, पर सबके हृदय में लावा दहक रहा था। ठीक उसी समय गदर आयी। सिंगल स्क्रीन सिनेमा का जमाना, छोटे शहरों के सिनेमा हॉल में छह रुपये में भी टिकट मिल जाती थी। फिर क्या था, देश उमड़ पड़ा हॉल में… ग्रामीण भारत को दो अभिनेताओं की योग्यता पर बड़ा भरोसा रहा है। एक मिथुन चक्रवर्ती और दूसरे सन्नी देवल! “मतलब ये घुस गए तो अमेरिका के प्रेजिडेंट को भी टांग लाएंगे” ऐसा भरोसा था दर्शकों को… कारगिल युद्ध के बाद कई वर्षों तक स्कूल के फेकैत लड़कों ने यह गुप्त जानकारी बांटी थी कि सन्नी देवल और नाना पाटेकर भी गए थे आतंकवादियों से लड़ने… तो भाई साहब! वही सन्नी देवल जब कहता है कि “एक कागज पर मुहर नहीं लगेगी तो क्या तारा सिंह पाकिस्तान नहीं जाएगा?” तो दर्शक आंख मूंद कर भरोसा कर लेते हैं कि तारा सिंह तो जरूर जाएगा और फाड़ कर आएगा…

देश के मन में पाकिस्तान के लिए भरी आग को ठंडा किया था गदर ने। तारा सिंह जब अकेला पाकिस्तान में घुस कर परदे पर गरजता तो आम देहाती मन को सुकून मिलता था। आम जनता युद्ध को नहीं देख पाती, सो विजय के उल्लास को भी महसूस नहीं कर पाती है। 2001 में अशरफ अली और उसकी पाकिस्तानी सेना को चीरते फाड़ते तारा सिंह के साथ देश की आम जनता ने 1998 की विजय का जश्न मनाया था।

हम वे देहाती लड़के थे जो शाहरुख खान को सदैव यह कह कर नकार देते थे कि “उ तो मउगा हीरो है, साला खाली प्यार करता है।” हम परदे पर शौर्य ढूंढते थे। तभी गाँव में मिथुन, सन्नी देवल, अजय देवगन, सलमान खान, संजय दत अधिक चलते थे। पर हर फिल्म में मार-धाड़ ढूंढने वाले लड़कों ने भी तारा सिंह के साथ तीन घण्टे प्रेम को जिया था। याद कीजिये मैडम जी को लाहौल छोड़ने जाने वाला दृश्य… वो दरिया, पानी, वो मौजां फिर आसमान… सब याद है भाई।

तारा सिंह फिर आया है परदे पर। फिर घुसा है पाकिस्तान में… हम जानते हैं गदर के निर्देशक अनिल शर्मा को, हम जानते हैं डायलॉग लिखने वाले शक्तिमान को, हम जानते हैं तारा सिंह को… इसीलिये हम जानते थे कि तारा सिंह फाड़ कर रख देगा। उम्मीदों पर खरा उतरा है तारा… पिछली बार जब उसने हैंडपंप उखाड़ा तो पाकिस्तान हिल गया था, इस बार तो बस उसने देखा भर है हैंडपंप की ओर, उसे हैंडपंप की ओर देखते देखकर ही भाग गए पाकिस्तानी। वो बूढ़ा नहीं होगा, तारा सिंह बूढ़े नहीं होते, सुनहरी यादें कभी बूढ़ी नहीं होतीं।

कुछ चीजें मिसिंग हैं, जैसे उत्तम सिंह का संगीत। पुराने गीतों को छोड़ दें तो नए गीतों में दम नहीं। अरिजीत के प्रसंशकों को शायद पसन्द आये कराहता हुआ संगीत… सकीना और जीते कमजोर कड़ी हैं, पर तारा सिंह ने सब मेंटेन कर दिया है। गदर में बौद्धिकता न ढूंढिये। बस विशुद्ध मनोरंजन चाहिये तो देख आइये गदर, आनन्द आ जायेगा दोस्त।

राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष पद पर सेवानिवृत्त मेजर जनरल आलोक राज को किया नियुक्त

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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने देर रात बुधवार को राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड जयपुर के अध्यक्ष पद पर सेवानिवृत्त मेजर जनरल आलोक राज को नियुक्ति प्रदान की है।कार्मिक विभाग ने इनकी आदेश जारी कर दिए गए हैं।

उल्लेखनीय है कि बोर्ड के अध्यक्ष हरिप्रसाद शर्मा ने अपने पद से 2 महीने पहले ही इस्तीफा दे दिया था। 

भाजपा की ‘‘प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति’’ और ‘‘संकल्प पत्र समिति’’ का गठन, विजय संकल्प के साथ काम करेंगी समितियां-सीपी जोशी

भाजपा ने राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनावों को देखते हुएअपनी कमर कस ली हैं और जीत के लिए तैयारियाँ शुरू कर दी हैं। बीजेपी ने आज जयपुर में पार्टी ऑफिस में (प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति) और (प्रदेश संकल्प पत्र समिति) की घोषणा कर दी है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, प्रदेश प्रभारी अरूण सिंह ने प्रेसवार्ता करके दोनों समितियों की विधिवत घोषणा की। इस दौरान प्रेसवार्ता में केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी भी मौजूद रहे।

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने बताया कि प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति का संयोजक पूर्व सांसद एंव भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष नारायण पचारिया को बनाया गया है। सह-संयोजक पद पर ओंकार सिंह लखावत, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सासंद राज्यवर्धन सिंह राठौड़, प्रदेश महामंत्री भजन लाल शर्मा, दामोदर अग्रवाल, सीएम मीणा और कन्हैयालाल बेरवाल वहीं समिति में राजेंद्र सिंह शेखावत, प्रमोद वशिष्ठ, शंकर अग्रवाल, आनंद शर्मा, पंकज गुप्ता, निर्मल शर्मा, लक्ष्मीकांत भारद्वाज, सुनील कोठारी, हीरेन्द्र कौशिक, धनराज सोलंकी, निर्मल नाहटा, अभिषेक रावत, डॉ.अपूर्वा सिंह और स्नेहा कांबोज को सदस्य नियुक्त किया गया है।

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने बताया कि ‘‘संकल्प प़त्र समिति’’ का संयोजक केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल को बनाया गया है। सह-संयोजक पद पर राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाडी, किरोडी लाल मीणा, अल्का सिंह गुर्जर, राव राजेंद्र सिंह, सुभाष महरिया, प्रभु लाल सैनी और राखी राठौर को नियुक्त किया गया है। वहीं सुशील कटारा, हिमांशु शर्मा, अशोक रामदास अग्रवाल, रतन लाल गाडरी, रामगोपाल सुथार, प्रभु धोबी (बाडोवालिया), मोहन नाई जसवंत बिश्नोई, खेमराज देसाई, अशोक वर्मा, सी.एम. मीणा, ममता शर्मा, प्रकाश माली, श्याम सिंह चौहान, डॉ. मनन चतुर्वेदी, सरदार जसबीर सिंह और डॉ एसएस अग्रवाल को सदस्य नियुक्त किया गया है।

भाजपा प्रदेश प्रभारी अरूण सिंह ने प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा ‘‘प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति’’ और ‘‘संकल्प पत्र समिति’’ में अनुभवी टीम की घोषणा की गई है। प्रदेश की जनता गहलोत राज से पूरी तरह हताश और तंग है। चाहे वह महिला अपराध, भ्रष्टाचार, युवाओं और किसानों से वादाखिलाफी कोई भी क्षे़त्र हो गहलोत सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है। प्रदेश की जनता कांग्रेस सरकार से छुटकारा पाना चाहती हैं। दोनों घोषित टीमें विजय संकल्प के साथ काम करेंगी और आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रचंड बहुमत से सत्ता में आएगी।

सचिवालय में ईड़ी की दस्तक!ईडी की टीम के सचिवालय पहुँचने पर मचा हड़कंप,ACS अरोड़ा और आईटी सचिव आनंदी से मिलने पहुंची सचिवालय, नहीं मिलने पर दिया नोटिस दिया आईटी आयुक्त इंद्रजीत को

सचिवालय में उस वक्त हड़कंप मच गया जब ईड़ी की एक टीम सचिवालय पहुँच गयी। ईड़ी के सचिवालय में पहुँचते ही अधिकारियों और कर्मचारियों को हालात ख़राब सी दिखने लगी। अधिकारियों और कर्मचारियों के चेहरे के भाव ही उतर गये और सचिवालय के गलियारों में सन्नाटा सा छा गया।

शासन सचिवालय के पीछे स्थित योजना भवन में विस्तृत इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी विभाग की अलमारी में 2.31 करोड़ की नकद राशि और 1 किलो सोना मिलने के मामले में अब इंफोर्समेंट डायरेक्टरेट ( ईडी) ने आईटी  की सचिव आनंदी के नाम का नोटिस आईटी आयुक्त इंद्रजीत को दिया है। अब आईटी सचिव आनंदी को ईडी ने बुलाया है। 

ईडी की टीम जब सचिवालय पहुंची तो वह हड़कंप मच गया। आईटी सचिव आनंदी का कार्यालय मुख्य सचिव कार्यालय से थी बाहर स्थित है। सचिवालय में इस बात की चर्चा जोरों पर होने लगी कि ईडी की टीम ने मुख्य सचिव कार्यालय तक गई है। जबकि ईडी की टीम तो मुख्य सचिव कार्यालय तक नहीं गई बल्कि उनके बाहर स्थित आईटी के आईटी सचिव आनंदी  से मिलना चाहती थी।  लेकिन वह कार्यालय में मौजूद नहीं रही। यही नहीं कि ईडी की टीम अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त अखिल अरोड़ा भी सचिवालय में मौजूद नहीं थे इस कारण ईडी उनसे भी नहीं मिल सकी।  

ईडी ने ऐसे में आईटी आयुक्त इंद्रजीत से योजना भवन में स्थित उनके कार्यालय कमरा नंबर 207 में मिलकर आईटी सचिव आनंदी के नाम का नोटिस दिया । इसके बाद यह नोटिस आईटी सचिव को सर्व दिया गया।

ईडी की टीम अब पहले से अधिक सक्रिय होकर संबंधित अधिकारियों को नोटिस उनके घरों पर ही भेज रही है। इंडिगो निलंबित संयुक्त निदेशक वेद प्रकाश यादव ने नगद पैसे और सोने के बारे में कई जानकारियां दी है।

मुख्य सचिव ने ली राजस्थान-मिशन 2030 अभियान की समीक्षा बैठक- 31 अगस्त को किया जायेगा राजस्थान मिशन 2030 वेब पोर्टल लांच, आम जन दे सकेंगे अपने सुझाव

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मुख्य सचिव उषा शर्मा ने बुधवार को शासन सचिवालय में राजस्थान-मिशन 2030 अभियान के कुशल संचालन के लिए समीक्षा बैठक ली। बैठक में उन्होंने कहा कि 15 अगस्त से 30 सितम्बर, 2023 तक चलने वाले राजस्थान-मिशन 2030 अभियान के सफल क्रियान्वयन हेतु मुख्यमंत्री राजस्थान आर्थिक सुधार सलाहकार परिषद (CMRETAC) के नेतृत्व में विकसित राजस्थान 2030 का दस्तावेज तैयार किया जायेगा। इस दस्तावेज में राज्य के प्रबुद्धजनों, विषय विशेषज्ञों, हितधारकों, युवाओं तथा समाज के सभी वर्गो के सुझावों उनकी आकांक्षाओं व अपेक्षाओं को सम्मिलित किया जाना आवश्यक है।

मुख्य सचिव ने कहा कि राजस्थान मिशन 2030 का विजन डॉक्यूमेन्ट तैयार करने में विभागीय स्तर पर गहन परामर्श (इंटेंसिव कंसल्टेशन), फेस टू फेस सर्वे, आई वी आर सर्वे, स्कूलों-कॉलेजों में निबंध प्रतियोगिताओं का आयोजन, जन सम्मान वीडियो कॉन्टेस्ट की तर्ज पर वीडियो कांटेस्ट का आयोजन, प्रभावशाली समूहों के साथ संवाद स्थापित किये जायेंगे। 

मुख्य सचिव उषा शर्मा ने अभियान में युवाओं की भूमिका पर विशेष बल देने के निर्देश देते हुए कहा कि सभी विभाग प्रतिबद्ध होकर आपसी सामंजस्य के साथ एक नियत योजना के तहत इस अभियान को सफल बनायें।

बैठक में आयोजना विभाग के प्रमुख शासन सचिव भवानी सिंह देथा ने कहा कि राजस्थान मिशन 2030 अभियान के संदर्भ में आम जन के विकास एवं खुशहाली में सरकार की जनता के प्रति एवं जनता की सरकार के प्रति क्या भूमिका हो इस पर भी सुझाव आमंत्रित किये जायेंगे। इसी क्रम में 31 अगस्त को राजस्थान मिशन 2030 के वेब पोर्टल को लांच किया जाएगा, जिसमें आम जन इस मिशन को बेहतर बनाने हेतु अपने सुझाव दें सकेंगे। इस मिशन हेतु आयोजना विभाग नोडल विभाग होगा साथ ही अभियान के कुशल संचालन के लिये प्रोग्राम मॉनिटरिंग यूनिट का गठन भी किया जाएगा।

बैठक में संयुक्त शासन सचिव आयोजना, श्री सुशील कुलहरी भी मौजूद थे। इनके अतिरिक्त विशेष शासन सचिव, गृह विभाग श्रीमती अर्चना सिंह आयुक्त सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग, श्री इंद्रजीत सिंह, मिशन निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, डॉ जितेंद्र सोनी आयुक्त कृषि, श्री गौरव अग्रवाल तथा अन्य संबंधित अधिकारी वी सी के माध्यम से जुड़े थे।

मुख्यमंत्री प्रदेशवासियों को देंगे सौगातें -4430 करोड़ रुपए की लागत के 131 कार्यों का शिलान्यास -387 करोड़ रुपए की लागत के 22 कार्यों का करेंगे लोकार्पण

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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गुरुवार को मुख्यमंत्री निवास पर 4 हजार 430 करोड़ की लागत से 131 कार्यों का शिलान्यास एवं 387 करोड़ की लागत से 22 कार्यों का लोकार्पण करेंगे। इस राज्यस्तरीय कार्यक्रम का आयोजन दोपहर 12 बजे वीसी के माध्यम से किया जाएगा। इसमें पंचायत समिति स्तर तक के कार्यालय तथा जनप्रतिनिधि आदि ऑनलाइन जुड़ेंगे। कार्यक्रम में सार्वजनिक निर्माण मंत्री भजनलाल जाटव एवं विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहेंगे।

सार्वजनिक निर्माण विभाग के प्रमुख शासन सचिव वैभव गालरिया ने बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा बजट 2023-24 में प्रत्येक जिले में 5 महत्वपूर्ण सड़क विकास कार्यों की घोषणा की गई थी। इन घोषणाओं के अंर्तगत 17 अगस्त को मुख्यमंत्री द्वारा 3,910 किमी लंबी सड़कों का शिलान्यास एवं 383 किमी लंबी सड़कों-पुलों के कार्यों का लोकार्पण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि वर्ष 2021-22 में प्रत्येक जिले की मुख्य 3 सड़कों के लिए 1 हजार 926 किलोमीटर लम्बाई के 1 हजार 948 करोड़ की लागत के 99 कार्य स्वीकृत किये गए थे। इनमें विभाग द्वारा लगभग सभी कार्य पूर्ण किये जा चुके हैं। इसी क्रम में वर्ष 2022-23 में प्रत्येक जिले की मुख्य 3 सड़कों के लिए 2 हजार 846 किलोमीटर लम्बाई के 3 हजार 133 करोड़ की लागत के 99 कार्य स्वीकृत किये गए थे। इनमें विभाग द्वारा 2 हजार 110 किमी सड़कों के कार्य पूर्ण किये जा चुके है एवं शेष कार्य भी शीघ्र ही पूरे किये जायेंगे। 

प्रमुख शासन सचिव ने बताया कि इन विकास कार्यों से सभी जिले समान रूप से एक साथ विकास की राह पर आगे बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि सड़क विकास कार्यों से यहां शिक्षा, स्वास्थ्य, परिवहन आदि सुविधाएं मजबूत होंगी और जिलों की आपस में कनेक्टिविटी बेहतर बनेगी। श्री गालरिया ने कहा कि विभाग द्वारा इन कार्यों को उच्च गुणवत्ता मानकों का ध्यान रखते हुए समयबद्ध रूप से पूरा किया जाएगा।

 10,900 अवैध जल कनेक्शन हटाए, 1965 बूस्टर जब्त किए,अतिरिक्त मुख्य सचिव पीएचईडी की पेयजल व्यवस्था की समीक्षा 

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इस वर्ष अप्रेल से जुलाई माह तक प्रदेश भर में 11 हजार 997 अवैध जल कनेक्शन चिन्हित किए गए थे जिनमें से 10 हजार 900 जल संबंध हटाए गए जबकि 1080 जल कनेक्शन नियमित किए गए। सिर्फ जुलाई माह में ही 3251 अवैध जल कनेक्शन हटाए गए हैं। इस वर्ष 1965 अवैध बूस्टर भी जब्त किए गए हैं। इनमें से 626 बूस्टर सिर्फ जुलाई माह में जब्त किए गए।

अतिरिक्त मुख्य सचिव, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी एवं भूजल डॉ. सुबोध अग्रवाल की अध्यक्षता में बुधवार को यहां जल भवन में आयोजित पेयजल व्यवस्था की समीक्षा बैठक में यह जानकारी दी गई। बैठक में बताया गया कि पिछली समीक्षा बैठक में अवैध जल संबंधों एवं बूस्टर्स के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई के अतिरिक्त मुख्य सचिव के निर्देशों के बाद अभियान में तेजी आई। इस वित्तीय वर्ष में नागौर में 1150, टोंक में 1059, अजमेर में 921 एवं जोधपुर नगर वृत्त में 732 अवैध जल कनेक्शन हटाए गए। इसी प्रकार नगर वृत्त जोधपुर में 353, टोंक में 206, एनसीआर अलवर में 130, नगर वृत्त (दक्षिण) जयपुर में 84 अवैध बूस्टर जब्ती की कार्रवाई की गई।

जिन जिलों में अवैध जल संबंधों एवं बूस्टर्स के खिलाफ कम कार्रवाई हुई है वहां के अधीक्षण अभियंताओं को डॉ. अग्रवाल ने कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, राजसमंद, उदयपुर एवं पाली में सबसे कम अवैध जल संबंधों को हटाने की कार्रवाई हुई है। इसी प्रकार अजमेर, जैसलमेर, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़ एवं राजसमंद में अवैध बूस्टर्स के खिलाफ कार्रवाई सबसे कम हुई है। एसीएस ने अभियंताओं को पेयजल आपूर्ति के समय फील्ड में जाने और समुचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने जल गुणवत्ता परीक्षणों की वर्तमान स्थिति के बारे में भी जानकारी ली। 37 वीं एसएलएसएससी में स्वीकृत विभिन्न ओटीएमपी के कार्यादेश जारी होने में हो रही देरी के लिए भी उन्होंने संबंधित अभियंताओं से कारणों को स्पष्ट करते हुए लिखित जवाब देने के निर्देश दिए।  

78 हजार 422 स्कूलों ने 15 मिनट में इस तरह बना दिया वर्ल्ड रिकॉर्ड

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देश के 77 वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राजस्थान में सरकारी और गैर-सरकारी स्कूलों के एक करोड़ से अधिक विद्यार्थियों ने महज 15 मिनट की समयावधि में एक साथ श्संविधान की उद्देशिका और मूल कर्तव्यों का वाचनश् करते हुए एक अनूठा विश्व रिकॉर्ड बनाया है। इस विश्व रिकॉर्ड को ’वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड्स’ के इंडिया एडिशन में दर्ज करते हुए राजस्थान के स्कूल शिक्षा विभाग के नाम सर्टिफिकेट जारी किया गया है।

यह जानकारी देते हुए शिक्षा मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला ने बताया कि आजादी के पर्व के मौके पर जब पूरा देश मातृभूमि का वंदन करते हुए जीवन में इसके लिए कुछ कर गुजरने के संकल्प को दोहराता है, ऐसे में राजस्थान के 78 हजार 422 स्कूलों में एक करोड़ 3 लाख 36 हजार 354 विद्यार्थियों के साथ-साथ 5 लाख 73 हजार 724 शिक्षक एवं कार्मिकों द्वारा 15 मिनट की अवधि में पूरे प्रदेश में एक साथ संविधान और मूल कर्तव्प्यों के प्रति निष्ठा का संकल्प लेकर विश्व कीर्तिमान बनाना देश और प्रदेश के इतिहास में एक नायाब नजीर है। उन्होंने इस उपलब्धि के लिए प्रदेश के सभी सरकारी और गैर-सरकारी विद्यालयों के छात्र-छात्राओं, शिक्षक समुदाय, इन कार्यक्रमों में सम्मिलित रहे जनप्रतिनिधियों और गणमान्य अतिथियों सहित शिक्षा विभाग की पूरी टीम को बधाई दी है।

स्कूल शिक्षा विभाग के नाम दर्ज हुआ छठा विश्व कीर्तिमान

डॉ. कल्ला ने बताया कि स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा सरकारी विद्यालयों में क्वालिटी एजुकेशन फोकस करते हुए कई नवाचार किए जा रहे हैं, इसी के परिणाम स्वरूप ’संविधान की उद्देशिका और मूल कर्तव्यों के वाचन’ की इस गतिविधि से छठा विश्व कीर्तिमान राजस्थान के नाम दर्ज हुआ है। इससे पहले प्रदेश में कोरोना काल में जो बच्चे स्कूल जाने से वंचित रह गए थे, उनके लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की प्रेरणा से लर्निंग गैप्स की पूर्ति के लिए ’राजस्थान के शिक्षा में बढ़ते कदम कार्यक्रम‘ के तहत विद्यार्थियों के लिए ब्रिज कोर्स का संचालन किया गया। राज्य के कक्षा 3 से 8 तक के 65 हजार विद्यालयों के लगभग 45 लाख विद्यार्थियों के लर्निंग लेवल्स की जांच के लिए 1.35 करोड़ उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन ’आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस’ (एआई) से करते हुए स्कूल शिक्षा विभाग ने विश्व कीर्तिमान बनाया था। इसके बाद राजस्थान के सभी विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने ’आजादी का अमृत महोत्सव’ के अन्तर्गत गत वर्ष 12 अगस्त को प्रातः 10.15 बजे से 10.40 बजे तक एक साथ पांच देशभक्ति गीत गाएं। इसमें सभी जिलों में कक्षा 1 से 12 के एक करोड़ 12 लाख से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लेकर दूसरा विश्व कीर्तिमान बनाया।

उन्होंने बताया कि वर्ष 2022 में गांधी जयंती के अवसर पर राज्य में सामूहिक सर्वधर्म प्रार्थना सभा में राज्य के एक करोड़ 47 लाख से अधिक विद्यार्थियों की भागीदारी से तीसरा विश्व रिकॉर्ड बनाया। राजस्थान के स्कूलों में ’नो-बैग-डे’ के नवाचार के तहत पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी की जयंती (19 नवम्बर 2022) पर शुरू की गई ’चेस इन स्कूल एक्टिविटी’ में एक साथ 38 लाख 21 हजार 9 विद्यार्थियों ने भाग लेकर चौथा विश्व कीर्तिमान स्थापित किया। वहीं इस साल की शुरूआत में रोहट (पाली) में राज्य में 67 वर्ष बाद आयोजित राष्ट्रीय स्काउट व गाइड जम्बूरी में ’टेम्परेरी स्टेडियम निर्माण’ का भी विश्व रिकार्ड स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से स्थापित किया गया। ये सभी कीर्तिमान वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज है।  

स्वतंत्रता दिवस पर ऐसे बना विश्व रिकॉर्ड

शिक्षा मंत्री ने बताया कि राज्य मंत्रिमंडल की गत दिनों आयोजित बैठक में यह निर्णय लिया गया था कि संविधान की उद्देशिका और मूल कर्तव्यों का प्रदेश के सभी स्कूलों में प्रार्थना सभा के दौरान वाचन किया जाएगा। यह कार्यक्रम विद्यालयों में नियमित रूप से संचालित किया जा रहा है। इसी दिशा में राजस्थान के स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा इस बार स्वतंत्रता दिवस के मौके पर नागरिकों में संविधान के मूल्यों और मूल कर्तव्यों के प्रति अधिक जागरूकता लाने की सोच के साथ प्रदेश के सभी सरकारी और गैर-सरकारी स्कूलों में इस आयोजन की विस्तृत रूपरेखा तैयार की गई। सभी स्कूलों में 15 अगस्त को प्रातः 8.15 बजे से 8.30 बजे की समयावधि में स्वतंत्रता दिवस समारोह में शामिल, जनप्रतिनिधियों, गणमान्य अतिथियों और आम नागरिकों की उपस्थिति में संविधान की उद्देशिका और मूल कर्तव्यों का वाचन किया गया। इस आयोजन की सूचनाओं का त्वरित संकलन करने के लिए शाला दर्पण/पीएसपी पोर्टल पर एक मॉड्यूल बनाया गया। इस प्रकार प्रदेश में 15 अगस्त को  78 हजार 422 स्कूलों में एक करोड़ 3 लाख 36 हजार 354 विद्यार्थियों तथा 5 लाख 73 हजार 724 शिक्षक एवं कार्मिकों द्वारा 15 मिनट की अवधि में पूरे प्रदेश में एक साथ संविधान और मूल कर्तव्यों के प्रति निष्ठा का संकल्प लेकर नया विश्व रिकॉर्ड कायम किया गया।