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राहुल की मानगढ़ यात्रा से सीएम गहलोत और सचिन पायलट की दूरियां हुई उजागर, केंद्रीय नेतृत्व ने दिए व्यापक बदलाव के संकेत !

कांग्रेस के नेता राहुल गांधी की मानगढ़ यात्रा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट की आपसी नाराजगी उजागर हो गई। राहुल गांधी ने इस और ध्यान नहीं दिया और  वे मंच से यह संदेश देने में कामयाब  नहीं हो सके कि कांग्रेस में अब कुछ ठीक-ठाक चल रहा है। 

सचिन पायलट ने भी राजनीतिक संदेश स्पष्ट रूप से दिया कि वे सीएम गहलोत की कार्यशैली से नाराज है । उन्होंने राहुल गांधी से पहले मानगढ़ की जनसभा में मंच शेयर नहीं किया। यह बात सही है कि राहुल गांधी की अगवानी सचिन पायलट ने की और वे उन्हीं के साथ दिखाए और उसके बाद भी  डॉ.रघु शर्मा के पास वाली कुर्सी पर बैठे।

मानगढ़ के कार्यक्रम आयोजकों ने कहने को तो  मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा से पहले सचिन पायलट का संबोधन भी कराया। सचिन पायलट ने भी राहुल गांधी के सामने संबोधन में किसी प्रकार का कोई विवाद नहीं दिखाया। उन्होंने यही दोहराया कि कांग्रेस राजस्थान में 2023 में अपनी सरकार रिपीट करेगी और 2024 में डबल इंजन की केंद्र की पीएम मोदी की सरकार दो बाहर का रास्ता दिखाने में कामयाब होगी।

राहुल गांधी ने इस बार राजस्थान की यात्रा के दौरान ऐसा कोई दिखावा नहीं किया कि सीएम गहलोत और सचिन पायलट के बीच में कोई विवाद है। उन्होंने अपनी बात मानगढ़ के मन से रखी और आदिवासियों से यही जताने का प्रयास किया कि उनका परिवार हमेशा उनके साथ है।

सीएम गहलोत ने अपने संबोधन में अपने दबदबे को कायम रखने के लिए घोषणाएं की की सरकार ने आदिवासियों के लिए भरपूर योजनाएं दे रखी है। उन्होंने वर्ष 2022 के बजट की घोषणा स्मार्ट मोबाइल और इस वर्ष के बजट में विशेष फूड  पैकेट की शुरुआत राहुल गांधी से करवाई। उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि मानगढ़ के विकास के लिए राजस्थान सरकार 100 करोड रुपए की राशि। इसके अलावा उन्होंने ओबीसी का आरक्षण 21 प्रतिशत से बढ़ाकर 27 प्रतिशत करने की घोषणा भी की। 

मानगढ़ की जनसभा में कांग्रेस के प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा का संबोधन नहीं कराना इस रणनीति का हिस्सा है अभी तक पता नहीं चल सका। वैसे तो सीएम गहलोत प्रभारी रंधावा को आगे रखने का काम करते हैं। लेकिन इस बार मानगढ़ की जनसभा में उनको मैं तो नहीं देना कुछ नया संदेश देने का काम सीएम गहलोत कर रहे हैं। 

मानगढ़ के कार्यक्रम के बाद अब चर्चाएं जोरों पर होने लगी है कि केंद्रीय नेतृत्व ने सीएम गहलोत को महत्व देना पहले से कम कर दिया है। यही कारण है कि राहुल गांधी ने कांग्रेस सरकार की योजनाओं की तारीफ भी की लेकिन सीएम गहलोत को यह दिलासा नहीं दिया कि वर्ष 2023 में कांग्रेस की सरकार बनी तो उन्हें चौथी बार मुख्यमंत्री बनाया जाएगा। इन सब बातों से यह स्पष्ट होता है कि आने वाले समय में कांग्रेस नेतृत्व निश्चित तौर पर राजस्थान में एक नया बदलाव करने के पक्ष में है।

मानगढ़ के कार्यक्रम के तत्काल बाद ही केंद्रीय नेतृत्व पॉलिटिकल कमेटी का भी गठन कर दिया। जिसकी जिम्मेदारी प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा को दी गई है। सीएम गहलोत को अन्य नेताओं की तरह सदस्य बनाया गया है। अब यह पॉलिटिकल  अफेयर कमेटी क्या कुछ भूमिका निभाएगी यह तो आने वाला समय नहीं बता पाएगा। कांग्रेस की केंद्रीय नेतृत्व ने सीएम गहलोत को यह तो जता दिया है कि अब निर्णय उनके अनुरूप नहीं होंगे। वर्ष 2023 में कांग्रेस  को जिताने के लिए जो कुछ निर्णय होंगे उसमें सभी को महत्व देने की बात सामने आ रही है। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी अब सक्रिय राजनीति में आने का संदेश दे चुके हैं। यही कारण है कि अब कांग्रेस के सार्वजनिक कार्यक्रमों में डॉ.सीपी जोशी विधानसभा अध्यक्ष रहकर  भी वे यह जता रहे हैं कि  अब प्रदेश के सक्रिय राजनीति में आने की इच्छा रखते हैं। यही कारण है कि हाईकमान ने भी प्रदेश में बनने वाली विभिन्न कमेटियों में उन्हें सदस्य की हैसियत दी है।

कांग्रेस  केंद्रीय नेतृत्व में प्रदेश में राजनीतिक तौर पर यह संदेश देने में कामयाबी हासिल की है कि इस बार  सीएम गहलोत के चेहरे पर विधानसभा का चुनाव नहीं  लड़ा जाएगा। चुनाव सामूहिक रूप से कांग्रेस लड़कर सत्ता में आने के बाद नया मुख्यमंत्री कौन बनेगा तय  किया जाएगा।  

कांग्रेस संगठन में आए बदलाव के बाद सीएम गहलोत की भूमिका पर क्या कुछ प्रभाव पड़ेगा इसके लिए तो कुछ इंतजार की जरूरत है। विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेसके केंद्रीय नेतृत्व की राजस्थान में गतिविधियां अब तेज होने वाली है। केंद्रीय नेतृत्व द्वारा घोषित विभिन्न कमेटियों के कार्यक्रम भी शुरू होने का समय आ गया है। सितंबर से सीएम गहलोत के सरकारी कामकाज का महत्व कम होने लगेगा।

प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा की भूमिका किस प्रकार की रहेगी यह भी कुछ दिन में हो जाएगी। अब प्रभारी रंधावा सीएम गहलोत के अनुसार निर्णय करेंगे या नहीं यह तो आने वाला समय ही बता पाएगा ! राजनीति में यह कहा जाता है कि बदलाव के साथ ही बहुत सारी चीजें अपने आप बदल जाती है। चुनाव में टिकट देने का अधिकार अब किस प्रकार से तय होगा यह भी सामने आएगा। कांग्रेस की केंद्रीय और प्रदेश संगठन में  हलचल तेज है और यह गतिविधि अब और बढ़ जाएगी। 

भाजपा अध्यक्ष सीपी जोशी के खिलाफ मामला दर्ज

पुलिस पर अशोभनीय टिप्पणी के खिलाफ करने पर हुआ मामला दर्ज

पुलिस पर बोले बोल पद गए भारी

मालवीय नगर थाने में हुआ मामला दर्ज

बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी को उनके ही बोले बोल भारी पड़ गए हैं ओर इसके लिए अब आगे कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता हैं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने भीलवाड़ा में पुलिस के खिलाफ टिप्पणी की थी कि पुलिस वाले शराबी होते हैं और कुत्ते होते हैं। यह वीडियो पूरे राज्य में वायरल हुआ इस वीडियो को देखने के बाद अधिवक्ता अभिनव भंडारी ने वीडियो देखकर वीडियो की सच्चाई की तहकीकात की और यह जानकारी हुई कि वीडियो बिल्कुल सही है उसमें जो बात कही गई है।

उनका मानना है कि ये बाते सीपी जोशी ने जानबूझकर कहीं है जिससे राज्य में दंगे फैल सकते हैं और यह सीपी जोशी ने जानबूझकर किया है ताकि राजस्थान में जगह-जगह दंगे फैल जाएं क्योंकि जनता जनप्रतिनिधि की बात पर विश्वास करती है। उनके बात कहने पर वहां उपस्थित जनसमूह ने तालियां बजाई थी। इसके पश्चात पुलिस विभाग ने भी इस पर असंतोष जाहिर किया प्रस्ताव भेजा जो विभिन्न अखबारों में प्रकाशित हुआ।

भंडारी ने इन सभी समाचारों का अध्ययन किया और उसके पश्चात थाना मालवीय नगर में शिकायत लिखित में दर्ज कराई।  अधिवक्ता अभिनव भंडारी, रमेश मोटवानी, गुलशन जैन, श्रेयस पारीक, महेश रेशवाल व भूपेंद्र पंजाबी वगैरह पुलिस उपायुक्त श्री ज्ञानचंद यादव से मिले और उन्हें भी शिकायत की कॉपी दी तो उन्होंने थाना माल नगर को इस पर जांच करने के निर्देश दिए। इसके अलावा डीजीपी उमेश मिश्र, आनंद श्रीवास्तव, पुलिस कमिश्नर बीजू जार्ज को भी शिकायत भेजीं है। 

विधानसभा चुनाव को लेकर वरिष्ठ पर्यवेक्षक मधुसूदन मिस्त्री, केसी वेणुगोपाल कांग्रेस के वार्ड रूम में लेंगे बैठक, पॉलिटिकल अफेयर कमेटी की बैठक भी होगी

राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव  के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा नियुक्त वरिष्ठ पर्यवेक्षकों  और राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी की पोलिटिकल अफेयर कमेटी की बैठक  गुरुवार 11 अगस्त को प्रात: 10 बजे प्रदेश कांग्रेस के वार रूम 7, हॉस्पिटल रोड, जयपुर पर आयोजित की जाएगी। इस बैठक में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, राजस्थान प्रभारी सुखजिन्द्र सिंह रंधावा, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तथा चुनाव के लिए नियुक्त वरिष्ठ पर्यवेक्षक मधुसुदन मिस्त्री मौजूद रहेंगे। बैठक में विधानसभा की आगामी योजना पर मंथन कर निर्णय किया जाएगा। 

राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं प्रवक्ता स्वर्णिम चतुर्वेदी ने बताया कि 11 अगस्त को प्रात: 10 बजे राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा नियुक्त लोकसभावार पर्यवेक्षकों की बैठक आयोजित होगी।  इसके अलावा प्रात: 11 बजे पोलिटिकल अफेयर कमेटी की बैठक होगी। बैठक में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सहप्रभारी काजी निजामुद्दीन, श्रीमती अमृता धवन, वीरेन्द्र सिंह राठौड़, राज्य पर्यवेक्षक शशिकांत सेंथिल सहित लोकसभा पर्यवेक्षकगण  और कमेटी के सदस्यगण भाग लेंगे। 

शुरू होगा ऑपरेशन “गरिमा” अब मनचलों की नहीं खेर

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पुलिस मनचलों को चिन्हित कर करेगी तुरंत कार्रवाई करेगी, किसी भी परिस्थिति मे नहीं अब बच पाएंगे मनचले , स्कूल-कॉलेजों में हेल्पलाइन नंबर का किया जाएगा प्रचार-प्रसार

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मंशा के अनुरूप स्कूल-कॉलेज के बाहर और अन्य भीड़ भाड़ वाले स्थानों पर महिलाओं व बालिकाओं के साथ मनचलों द्वारा छेड़छाड़ और छींटाकशी की घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर गुरुवार से पूरे प्रदेश में 10 अगस्त से 18 अगस्त तक नौ दिवसीय राजव्यापी अभियान ऑपरेशन गरिमा संचालित किया जा रहा है।

अतिरिक्त महानिदेशक सिविल राइट्स एवं एएचटी श्रीमती स्मिता श्रीवास्तव ने बताया कि अभियान के अंतर्गत स्कूल-कॉलेज, सार्वजनिक स्थान, कोचिंग सेंटर, गर्ल्स हॉस्टल और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर पुलिस कर्मियों द्वारा निगरानी की जाएगी। ट्रेन, बस आदि सार्वजनिक परिवहन के साधनों में सादा वस्त्रों में पुलिसकर्मी निगरानी रख कार्रवाई करेंगे।

 स्कूल-कॉलेज, कोचिंग सेंटर पर व्यापक प्रचार प्रसार 

निर्भया स्क्वाड, मानव तस्करी विरोधी यूनिट और थाना पुलिस द्वारा स्कूल, कॉलेज और कोचिंग सेंटर पर महिला गरिमा हेल्पलाइन 1090, चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 एवं संबंधित जिलों के व्हाट्सएप हेल्पलाइन नंबरों का व्यापक प्रचार प्रसार करेंगे। महिलाओं और बालिकाओं के विरुद्ध होने वाले अपराधों और उनकी सजाओं के बारे में आमजन, युवाओं एवं स्कूल कॉलेज के छात्राओं को जागरूक किया जाएगा। साथ में ऐसी घटनाओं से बचने के उपाय के संबंध में भी जानकारी दी जाएगी।

 मनचलों को चिन्हित कर त्वरित कार्रवाई होगी

इस अभियान के तहत किसी तरह की शिकायत प्राप्त होने और कोई भी सन्दिग्ध घटना संज्ञान में आने पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। महिलाओं और बालिकाओं से आदतन छेड़छाड़ और छींटाकशी करने वाले मनचलों को चिन्हित कर उनकी समस्त गतिविधियों पर लगातार नजर रखी जाएगी।

अविश्वास प्रस्ताव के दौरान प्रधानमंत्री के खिलाफ अपशब्द करने और गलत व्यवहार करने के मामले को लेकर कांग्रेस नेता अधीर रंजन को किया निलंबित

लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान कांग्रेस के नेता अधीर रंजन द्वारा प्रधानमंत्री पर छींटाकशी करने और गलत व्यवहार करने के मामले को लेकर संसदीय कार्य मंत्री  प्रहलाद जोशी द्वारा निलंबन करने के प्रस्ताव को विपक्ष की गैरमौजूदगी में स्वीकार किया गया।

संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने यह प्रस्ताव रखा और उसे तत्काल स्वीकार कर लिया गया। इसी के साथ लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला ने उन्हें निलंबित करने की बात कही। इसके बाद इस मामले को लोकसभा प्रवर समिति को सौंपने का निर्णय किया गया। इसके साथ ही लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन की कार्रवाई 11 अगस्त शुक्रवार 11:00 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

अगर आपको भी चाहिए स्मार्ट फोन तो उठाइए इस योजना का लाभ ओर इस आसान से रास्ते से अपनाइए अपना मोबाईल

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इंदिरा गांधी स्मार्ट फोन योजना का हुआ आगाज – पहले चरण में 30 सितम्बर तक स्मार्ट फोन का होगा वितरण – जयपुर एवं जयपुर ग्रामीण में अब तक 1346 स्मार्ट फोन का हुआ वितरण – रोजाना प्रत्येक शिविर में 200 फोन का होगा वितरण – लाभार्थी के मोबाइल पर आएगा मैसेज और कॉल

अगर आपका भी सपना हैं कि आपको भी सरकार की ओर से मिल रहे स्मार्ट फोन मिल जाए तो उसके लिए बस आपको कुछ आसान से विकल्पों का चुनाव करना हैं आप सरकार से स्मार्ट फोन ले सकते हैं सरकार ने इसके लिए शिविर लगाए हुए हैं जहा पर जाकर आप अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं

यह है स्मार्ट फोन प्राप्त करने की प्रक्रिया

सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग के उपनिदेशक ऋतेश कुमार शर्मा ने बताया कि शिविर में आईजीएसवाई पोर्टल पर लाभार्थी का ई-केवाईसी किया जायेगा। पोर्टल पर लाभार्थी का जनाधार नम्बर डालकर उसके विवरणों को सत्यापित किया जायेगा, सत्यापित होने की दशा में लाभार्थी द्वारा अपने साथ लाये गये मोबाइल फोन पर जनाधार ई-वॉलेट इंस्टॉल किया जायेगा।  

इसके बाद लाभार्थी के पैन कार्ड का विवरण आईजीएसवाई पोर्टल पर दर्ज करने के बाद तीन प्रकार के फॉर्म प्रिन्ट करके उसे दिये जायेंगे। इसके बाद लाभार्थी इन फॉर्म को लेकर मोबाइल सेवा प्रदाता कंपनी के काउंटर पर जाकर सिम का एवं डाटा प्लान का चयन करेगा, इसके बाद मोबाइल कंपनी के काउंटर पर जाकर अपनी इच्छा अनुसार मोबाइल फोन का चयन करेगा।

इस सब के बाद भरे हुए फॉर्म को लेकर अंतिम काउंटर पर जायेगा जहां उपस्थित कर्मचारी उसके फॉर्म में अंकित सूचनायें एवं लाभार्थी द्वारा प्रस्तुत समस्त दस्तावेजों को स्कैन कर आईजीएसवाई पोर्टल पर दर्ज एवं अपलोड करेगा ।

यह प्रक्रिया पूरी होते ही लाभार्थी द्वारा लाये गये फोन में पूर्व में इंस्टॉल किये गये ई-वॉलेट में राज्य सरकार द्वारा कुल 6800 रूपये हस्तांतरित कर दिये जायेंगे। इस राशि का उपयोग कर लाभार्थी पूर्व में चयन किये गये मोबाइल फोन तथा सिम प्राप्त कर सकेगा।

यहां राज्य सरकार द्वारा लाभार्थी के ई-वॉलेट में 6125 रुपये मोबाइल फोन के लिये तथा 675 रुपये सिम कार्ड मय इंटरनेट डाटा प्लान के लिये हस्तांतरित किये जायेंगे।  राज्य सरकार द्वारा अप्रैल 2024 एवं अप्रैल 2025 में भी इंटरनेट हेतु प्रति वर्ष 900 रुपये हस्तांतरित किये जायेंगे।  

साथ ही लाभार्थी को शिविर में आते समय उसके जनाधार कार्ड में दर्ज मोबाइल नम्बर वाला मोबाइल उसके साथ लाना आवश्यक होगा। अगर लाभार्थी का मोबाइल नं बदल गया है तो वह शिविर में आने से पूर्व ई-मित्र पर जाकर अपने जनाधार में अपना नया नम्बर दर्ज करवा ले।

 

लाभार्थी को शिविर में आते समय अपने साथ अपना जनाधार कार्ड, आधार कार्ड, पैन कार्ड तथा जनाधार कार्ड में दर्ज मोबाइल फोन लाना आवश्यक होगा। अध्ययनरत छात्रायें अपने साथ आईडी कार्ड/एनरोलमेंट कार्ड, विधवा नारी को पीपीओ साथ लाने होंगे।

विशेष योग्यजन, एकल महिला एवं अन्य वंचित वर्ग हेतु 1000 फ्रेंचाइजी योजना, उद्योग एवं वाणिज्य विभाग की वेबसाइट पर उपलब्ध ड्राफ्ट पढ़कर स्टेकहोल्डर एवं इच्छुक फ्रेंचाइजर भेजें सुझाव अथवा लेटर ऑफ इंटेंट -उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री

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 विशेष योग्यजन, एकल महिला एवं अन्य वंचित वर्ग को रिटेल सेक्टर में रोजगार के अवसर प्रदान करने हेतु राज्य सरकार द्वारा नवीन योजना प्रारम्भ की जा रही है।

उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री शकुन्तला रावत ने बताया कि राज्य के विशेष योग्यजन, एकल महिला, अविवाहित महिला (आयु 30 वर्ष से अधिक), परित्यक्ता, तलाकशुदा, विधवा एवं अन्य वंचित वर्ग जिसमें अन्य पिछड़ा वर्ग (क्रीमीलेयर को छोड़कर) अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, आर्थिक कमजोर वर्ग, गरीबी रेखा से नीचे के उम्मीदवार योजना में पात्र होंगे। उन्होंने बताया कि इन्हें रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए रिटेल सेक्टर में प्रतिष्ठित प्राइवेट फर्म जैसे प्रोप्राइटरशिप/भागीदारी फर्म/सीमित देयता भागीदारी/कंपनी/हिंदू अविभाजित परिवार योजना में शामिल हैं। उन्होंने बताया कि इस श्रेणी की प्राइवेट फर्म रेडी-टू-डू बिजनेस मॉडल, फ्रेंचाइजी, डीलरशिप मॉडल से व्यापार करती हैं, इनके माध्यम से 1000 फ्रेंचाइजी खोली जायेंगी। इस हेतु चयनित व्यक्तियों को प्रशिक्षण देने के साथ ही प्रति फ्रेंचाइजी एक लाख रुपये का अनुदान देने की यह योजना प्रारंभ की जा रही है।

उल्लेखनीय है कि इस योजना की घोषणा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा वित्त वर्ष 2023-24 हेतु पेश बजट में की गई थी। योजना को धरातल पर मूर्त रूप देने हेतु उद्योग एवं वाणिज्य विभाग द्वारा योजना का ड्राफ्ट विभाग की वेबसाइट https://industries.rajasthan.gov.in/ पर अपलोड कर दिया गया है। योजना के सम्बन्ध में स्टेकहोल्डर एवं इच्छुक फ्रेंचाइजर ड्राफ्ट को पढ़कर इसके सम्बन्ध में दिनांक 20 अगस्त तक विभाग को सुझाव अथवा लेटर ऑफ इंटेंट (एलओआई)  [email protected]  मेल आईडी पर भेज सकते है।

मुख्यमंत्री की बड़ी घोषणा- बिजली उपभोक्ताओं को अब नहीं देना होगा फ्यूल सरचार्ज राज्य सरकार वहन करेगी 2500 करोड़ रुपए

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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं को बड़ी राहत दी है। अब घरेलू व कृषि बिजली उपभोक्ताओं को फ्यूल सरचार्ज नहीं देना होगा। फ्यूल सरचार्ज की 2500 करोड़ रुपए की राशि राज्य सरकार वहन करेगी।

मुख्यमंत्री ने गुरूवार को बिडला ऑडिटोरियम में इंदिरा गांधी स्मार्टफोन योजना के शुभारंभ समारोह में यह घोषणा की। उल्लेखनीय है कि राज्य में घरेलू उपभोक्ताओं को 100 यूनिट एवं किसानों को 2000 यूनिट तक बिजली प्रतिमाह निःशुल्क उपलब्ध करवाई जा रही है। पूर्व में मुख्यमंत्री ने घरेलू उपभोक्ताओं के लिए 200 यूनिट तक फ्यूल सरचार्ज व अन्य शुल्क समाप्त करने की घोषणा की थी। अब इसका दायरा और बढ़ाते हुए समस्त घरेलू एवं कृषि उपभोक्ताओं के लिए फ्यूल सरचार्ज समाप्त करने की घोषणा की गई है।

‘इंदिरा गांधी स्मार्टफोन योजना’ का हुआ शुभारम्भ – इंदिरा गांधी स्मार्टफोन योजना बनेगी महिला सशक्तिकरण का बड़ा माध्यम – मुख्यमंत्री

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प्रथम चरण में 40 लाख महिलाओं एवं छात्राओं को मिलेंगे स्मार्टफोन

योजनाओं की जानकारी प्राप्त कर सशक्त होंगी महिलाएं

 

लंबे समय से राजस्थान के राजनीतिक गलिआरो मे खास चर्चा का विषय बना हुआ था कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्रदेश की महिलाओ को मोबाईल बाटेंगे ओर जब से इस बात का इंतजार ही हो रहा था कि कब ये समय आएगा और खासकर इस बात का इंतजार प्रदेश की उन महिलाओ को था जिनको ये अटूट विश्वास था की अबकी बारी हमारी बारी । आज उन महिलाओ के लिए ये क्षण मनोकामना पूर्ण होने के बराबर ही था । मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज जयपुर मे बिड़ला ऑडिटोरियम सभागार में इंदिरा गांधी स्मार्टफोन योजना के शुभारम्भ किया ।

उन्होंने रिमोट का बटन दबाकर एवं लाभार्थी महिलाओं-छात्राओं को स्मार्टफोन प्रदान कर योजना का शुभारम्भ किया। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में डिजिटल सखी हैण्डबुक ‘सीखो डिजिटल, सिखाओ डिजिटल’ का विमोचन भी किया। हैण्डबुक में मोबाइल के उपयोग सम्बन्धी समस्त जानकारियां रंगीन चित्रों के साथ समाहित की गई हैं। इस अवसर पर इंदिरा गांधी स्मार्टफोन योजना से संबंधित लघु वीडियो फिल्म भी प्रदर्शित की गई। योजना के अंतर्गत चिरंजीवी परिवारों की 1.35 करोड़ महिलाओं को 3 साल की इंटरनेट कनेक्टिविटी के साथ स्मार्टफोन दिये जाएंगे। प्रथम चरण में 40 लाख महिलाओं एवं छात्राओं को स्मार्टफोन दिये जाने की गुरुवार से शुरुआत हुई है।

मुख्यमंत्री ने समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार द्वारा 50 प्रतिशत वादे पूरे कर लिए गए हैं। इंदिरा गांधी स्मार्टफोन योजना के माध्यम से राज्य सरकार अपना एक और वादा पूरा कर रही है। योजना के अंतर्गत प्रत्येक स्मार्टफोन के लिए 6800 रुपये लाभार्थियों को डीबीटी किये जा रहे हैं तथा प्रारम्भ में 20 जीबी डाटा उपलब्ध करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में चिप का संकट होने से मोबाइल बनना बंद हो गए, जिसके चलते योजना को क्रियान्वित करने में कुछ देरी हुई। अब शिविरों में महिलाओं को बिना किसी परेशानी के ससम्मान स्मार्टफोन उपलब्ध करवाये जाएंगे। साथ ही, कैम्प में उन्हें मोबाइल चलाने की जानकारी भी मिलेगी। लाभार्थियों को 3 साल तक निःशुल्क इंटरनेट डेटा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि योजना के दूसरे चरण में 80 लाख महिलाओं को स्मार्टफोन उपलब्ध करवाए जाएंगे। महिलाओं को स्मार्टफोन उपलब्ध करवाना रेवड़ी नहीं होकर महिला सशक्तिकरण का एक माध्यम है। मोबाइल के अनेक तरह के उपयोग हैं, जिनसे जीवन सुगम होता है।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि प्रदेश में जनता से किए गए प्रत्येक वादे को धरातल पर उतारने का कार्य किया जा रहा है। राज्य सरकार के फैसले निरन्तर इतिहास रच रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में देश में नम्बर वन है। अब इंदिरा गांधी स्मार्टफोन योजना आईटी क्षेत्र में क्रान्ति के साथ ही महिलाओं के सशक्तिकरण का बड़ा माध्यम बनेगी। योजना के माध्यम से प्रदेश की लगभग हर महिला के हाथ में मोबाइल होगा। सीएम अशोक गहलोत ऑडिटोरियम सभागार में इंदिरा गांधी स्मार्टफोन योजना के शुभारम्भ अवसर पर आयोजित समारोह को सम्बोधित कर रहे थे।

स्व. राजीव गांधी का सपना हो रहा साकार

सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी ने देश में आईटी क्रान्ति का सपना देखा था, जो आज साकार हो रहा है। प्रारम्भ में इसे लेकर कई तरह की आशंकाएं जाहिर की गई थीं, जो बाद में निर्मूल साबित हुई। उन्होंने कहा कि आज राज्य सरकार की अधिकांश गवर्नेंस आईटी आधारित हो रही है। प्रदेश में वर्तमान में 80 हजार से अधिक ई-मित्र के माध्यम से 600 प्रकार की सेवाएं उपलब्ध हो रही हैं। आज राजस्थान आईटी के क्षेत्र में नंबर वन राज्य बनकर उभरा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्व. राजीव गांधी दूरदृष्टा एवं महिला सशक्तिकरण के पैरोकार थे। उनकी वजह से महिलाओं को पंचायतीराज संस्थाओं में आरक्षण का लाभ मिल पाया।

उन्होंने कहा कि नॉलेज इज पावर की थीम पर यह योजना लाई गई है। स्मार्टफोन के माध्यम से महिलाओं की कल्याणकारी योजनाओं तक पहुंच एवं जुड़ाव सुनिश्चित हो सकेंगे। वे स्वयं लाभान्वित होने के साथ-साथ और महिलाओं को जागरूक कर समाज सेवा भी कर सकेंगी।

कल्याणकारी योजनाओं से आमजन को मिल रही राहत

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा, न्यूनतम आय गारंटी, सामाजिक सुरक्षा पेंशन एवं इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी, 500 रुपए में गैस सिलेंडर जैसी एक से बढ़कर एक जनकल्याणकारी योजनाएं संचालित कर रही हैं। महंगाई की मार कम करने के लिए 15 अगस्त से अन्नपूर्णा फूड पैकेट योजना की शुरूआत होगी, जिसके अंतर्गत 1 करोड़ से अधिक परिवारों को निःशुल्क राशन किट उपलब्ध करवाये जाएंगे। राज्य में 1.40 लाख किलोमीटर सड़कों का निर्माण किया गया है। स्कूलों को क्रमोन्नत किया जा रहा है। 500 बालिकाओं के नामांकन पर महाविद्यालय खोलने का निर्णय लिया गया है। गरीब विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय खोले गए हैं। वंचित वर्गों के 1 लाख छात्र-छात्राओं को आवासीय सुविधाएं उपलब्ध कराने का निर्णय राज्य सरकार द्वारा लिया गया है। उन्होंने इन जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने का आमजन से आह्वान किया। 

2030 तक अग्रणी राज्य बनेगा राजस्थान

सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि हमारी मंशा 2030 तक प्रदेश को देश के अग्रणी राज्यों में शुमार करने की है। उन्होंने प्रदेशवासियों को इस विजन को साकार करने में अपनी भागीदारी निभाने एवं अपने सुझाव देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि सभी लोगों के सहयोग से ही यह संभव हो सकेगा। मुख्यमंत्री ने देश के हालातों पर चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा कि शांति एवं अहिंसा के वातावरण में ही विकास संभव है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय एजेंसियों के दुरूपयोग पर भी चिंता व्यक्त की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने समारोह स्थल पर बने इंदिरा गांधी स्मार्टफोन कैम्प का अवलोकन किया तथा पंजीकरण एवं स्मार्टफोन वितरण प्रक्रिया के बारे में जानकारी ली। इस दौरान वहां उपस्थित विभिन्न विद्यालयों के विद्यार्थियों द्वारा बनाए गए रचनात्मक मॉडल की प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। 

मुख्यमंत्री ने दी मंजूरी – प्रदेश के आवासीय विद्यालयों के विकास के लिए 21.56 करोड़ रुपए स्वीकृत

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 राज्य सरकार प्रदेश में वंचित तबके के विद्यार्थियों को अच्छी शिक्षा के साथ बेहतर आवासीय सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। इसी क्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा संचालित आवासीय विद्यालयों के आधुनिकीकरण एवं आधारभूत सुविधाओं के विकास हेतु 21.56 करोड़ रूपए की वित्तीय स्वीकृति दी है।

मुख्यमंत्री के इस निर्णय से इन आवासीय विद्यालयों में ओपन जिम, खेलकूद सामग्री, चपाती मशीन, स्मार्ट इन्टरेक्टिव टीचिंग बोर्ड के साथ विभिन्न शिक्षण सामग्री उपलब्ध हो सकेगी। इसके अतिरिक्त इन आवासीय विद्यालयों में अनुरक्षण, मरम्मत एवं निर्माण के विभिन्न कार्य किए जा सकेंगे। इससे इन आवासीय विद्यालयों में रहने वाले विद्यार्थियों को उत्कृष्ट वातावरण मिल सकेगा तथा उनका शैक्षिक एवं सर्वांगीण विकास सुनिश्चित होगा। 

आपको बात दे कि मुख्यमंत्री द्वारा वर्ष 2023-24 के बजट में इस संबंध में घोषणा की गई थी। उक्त घोषणा की क्रियान्विति में यह स्वीकृति दी गई है उसी क्रम मे घोषणाओ को मूर्त रूप देने की तैयारी सरकार की ओर से जारी हैं